BIAL Spokesperson: बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर शुक्रवार (17 मार्च) को अचानक ही अफरा-तफरी का माहौल बन गया. सुरक्षा में तैनात सीआईएसएफ से लेकर इमीग्रेशन के अधिकारियों तक की हाथ-पांव फूल गए. दरअसल, श्रीलंका से आई एक इंटरनेशनल फ्लाइट के 30 यात्री एयरपोर्ट के डोमेस्टिक लगेज क्लेम एरिया में पहुंच गए थे. जहां से उनके लिए एयरपोर्ट से बाहर निकलना बहुत आसान था. 


दरअसल, बेंगलुरु के इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भी सामने आया. यहां एक अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट से आए यात्रियों को एक अलग ही लगेज काउंटर पर भेज दिया गया. जिसके चलते वहां सभी एजेंसियां अलर्ट मोड में आ गईं. बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (बीआईएएल) ने शुक्रवार (17 मार्च) को इस मामले पर एक बयान जारी किया है. जिसमें कहा गया है कि ये एक मानवीय भूल थी. आइए जानते हैं कि पूरा मामला क्या है?


श्रीलंका की फ्लाइट के यात्री कैसे पहुंचे डोमेस्टिक लगेज काउंटर?


दरअसल, शुक्रवार को श्रीलंका से एक फ्लाइट बेंगलुरु एयरपोर्ट पहुंची थी. श्रीलंकन एयरलाइंस की UL 173 नाम की फ्लाइट के 30 यात्रियों को डोमेस्टिक फ्लाइट्स के लगेज काउंटर पर पहुंच गए थे. इस घटना पर बीआईएएल ने बयान जारी करते हुए कहा कि इन यात्रियों को गलती से डोमेस्टिक फ्लाइट्स के बस गेट पर उतार दिया गया था, जबकि उन्हें इंटरनेशनल फ्लाइट्स के अराइवल वाले बस गेट पर उतारा जाना था.


इसकी वजह से ये यात्री डोमेस्टिक बैगेज क्लेम एरिया में चले गए. हालांकि, टर्मिनल ऑपरेशन टीम के साथ ही सीआईएसएफ और इमीग्रेशन अधिकारी तुरंत ही सतर्क हो गए थे. जिसके बाद यात्रियों को तत्काल इमीग्रेशन के लिए इंटरनेशनल अराइवल पर लाया गया. जिसके बाद यात्रियों ने इंटरनेशनल बैगेज क्लेम एरिया में जाकर अपना सामान लिया. बीआईएएल की ओर से कहा गया कि यह एक मानवीय भूल थी, जिसकी वजह से कुछ भ्रम फैल गया और इसे सही करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं. दरअसल, इस एरिया से विदेशी यात्री बिना किसी जांच के आसानी से एयरपोर्ट से बाहर निकल सकते थे. हालांकि, सतर्कता की वजह से ऐसा नहीं हो पाया.


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