नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'टीका उत्सव' के आह्वान वाले बयान पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सवाल उठाया है. उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट किए और सवाल किया कि प्रधानमंत्री जी ने 11 अप्रेल को ज्योतिबा फुले जयंती से 14 अप्रेल को आंबेडकर जयंती तक 'टीका उत्सव' मनाने का आह्वान किया है, लेकिन राज्यों में वैक्सीन ही उपलब्ध नहीं है. ऐसे में टीका उत्सव कैसे मनाया जा सकता है?






सीएम गहलोत ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री अमित शाह और रविशंकर प्रसाद द्वारा दिया गया राज्यों में वैक्सीन की कमी ना होने का बयान भी तथ्यात्मक रूप से पूर्णत: गलत है. राजस्थान कोरोना प्रबंधन और वैक्सीनेशन में शुरुआत से अग्रणी रहा है. 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का वैक्सीनेशन करने में राजस्थान सभी राज्यों में सबसे आगे है.


सीएम गहलोत ने वैक्सीन की कमी की कही बात


अशोक गहलोत ने अपने एक अन्य ट्वीट में कहा, "आज का वैक्सीनेशन का कार्य पूरा होने के बाद प्रदेश में करीब 5 लाख वैक्सीन डोजेज ही बची हैं, जो आगे वैक्सीनेशन के लिए अपर्याप्त हैं. केन्द्र सरकार ने वैक्सीन की 3.83 लाख डोजेज की अगली खेप 12 अप्रेल को आना प्रस्तावित है. इस कारण राजस्थान में कल कई जिलों में वैक्सीनेशन का कार्य बंद करना पड़ेगा. 3.83 लाख डोजेज से भी एक दिन से अधिक वैक्सीनेशन नहीं किया जा सकेगा.






क्या है पीएम मोदी का 'टीका उत्सव' का आह्वान


पीएम मोदी ने गुरुवार को राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक में कहा था, ''11 अप्रैल को ज्योतिबा फुले जी की जन्म जयंति है और 14 अप्रैल को बाबा साहेब की जन्म जयंति है, उस बीच हम सभी ‘टीका उत्सव’ मनाएं.''


पीएम ने कहा, ''हमारा प्रयास यही होना चाहिए कि इस टीका उत्सव में हम ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेट करें. मैं देश के युवाओं से भी आग्रह करूंगा कि आप अपने आसपास जो भी व्यक्ति 45 साल के ऊपर के हैं, उन्हें वैक्सीन लगवाने में हर संभव मदद करें.''


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