Khalistan Zindabad Force Operative Arrest: पंजाब पुलिस ने शुक्रवार (12 मार्च) को राष्ट्रीय राजधानी में प्रतिबंधित खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (KZF) के एक सदस्य को गिरफ्तार करने का दावा किया है. पंजाब के पुलिस महानिदेशक का कहना है क‍ि केजेडएफ ऑपरेटिव की पहचान प्रभप्रीत सिंह जर्मनी के रूप में की गई है. डीजी का दावा है क‍ि केजेडएफ ऑपरेटिव को दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट से अरेस्‍ट क‍िया गया. 


पुल‍िस महान‍िदेशक का कहना है प्रभप्रीत सिंह कथित तौर पर जर्मनी बेस से आतंकवादी गतिविधियों को कॉर्ड‍िनेट करने का काम क‍िया करता है. इसके अलावा वो जर्मनी से ही खाल‍िस्‍तान फोर्स में भर्ती करने के साथ-साथ फंड रेज‍िंग की गत‍िव‍िध‍ियों में संल‍िप्‍ता है. इसकी ग‍िरफ्तारी पंजाब पुलिस की स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल, अमृतसर ने की है. 


उनका कहना है क‍ि पंजाब पुलिस पूरे केजेडएफ नेटवर्क और वेब से जुड़े अन्य सहयोगियों का पता लगाने के लिए जोर शोर से काम में जुटी है. 


पुल‍िस महान‍िदेशक के मुताबिक स‍िंह की तलाश में पुल‍िस कार्रवाई साल 2020 में शुरू हुई थी जब अमृतसर में स्पेशल ऑपरेशंस सेल (एसएसओसी) को केजेडएफ आतंकवादी जगदीश सिंह भूरा की पंजाब में हाई-प्रोफाइल लोगों को निशाना बनाने की योजना बनाने की खुफिया जानकारी हाथ लगी थी.  






प्रतिबंधित संगठन से जुड़े 4 गुर्गों की क‍िया था अरेस्‍ट  


इस खुफ‍िया जानकारी के बाद प्रतिबंधित संगठन से जुड़े 4 गुर्गों की अरेस्‍ट क‍िया गया था ज‍िनके कब्‍जे से हथियार और गोला-बारूद की बरामदगी हुई थी. हिरासत में लिए गए व्यक्तियों ने पूछताछ के दौरान भूरा और प्रभप्रीत सिंह के साथ अपने संबंधों का खुलासा किया था जिससे हाई-प्रोफाइल ठिकानों पर हमले की योजना का खुलासा हुआ था. 


प्रभप्रीत सिंह जर्मनी में रह रहा था. इसलिए पंजाब पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी सुन‍िश्च‍ित करने के ल‍िए ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन, नई दिल्ली के जर‍िये उसके खिलाफ लुक आउट नोट‍िस जारी करवाया था. 


एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन अध‍िका‍र‍ियों ने ह‍िरासत में ल‍िया 


डीजीपी ने कहा कि बुधवार (10 मार्च) को आईजीआई एयरपोर्ट पर  इमिग्रेशन अधिकारियों ने प्रभप्रीत सिंह की हिरासत के बारे में सूचना दी थी. इसके बाद, एसएसओसी अमृतसर की एक टीम दिल्ली पहुंची थी और उसको गिरफ्तार क‍िया गया. 


सड़के के रास्‍ते पहुंचा था पौलेंड से जर्मनी 


एसएसओसी के अतिरिक्त आईजी (अमृतसर) सुखमिंदर सिंह मान ने शुक्रवार को बताया क‍ि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि प्रभप्रीत सिंह 2017 में वैध वीजा पर पोलैंड चला गया था और इसके बाद वो सड़क के रास्‍ते साल 2020 में जर्मनी चला गया था. उन्होंने कहा क‍ि जर्मनी में स्थायी निवासी बनने के ल‍िए उसने राजनीत‍िक का सहारा ल‍िया. 


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