Punjab Congress New Team: विधानसभा चुनाव में करारी हार के करीब एक महीने बाद कांग्रेस ने पंजाब में नई टीम का एलान किया. नवजोत सिंह सिद्धू की जगह युवा नेता और लगातार तीसरी बार विधायक बने अमरिंदर सिंह राजा वडिंग को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है, जबकि वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा को विधायक दल का नेता यानी विधानसभा में नेता विपक्ष की जिम्मेदारी दी गई है.


यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके राजा वडिंग उस मालवा इलाके में अपनी सीट बचाने में सफल रहे जहां आम आदमी पार्टी ने क्लीन स्वीप किया. वहीं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रह चुके बाजवा माझा इलाके से. दोनों जट सिख हैं. सामाजिक समीकरण को ध्यान में रखते हुए हिन्दू चेहरे के तौर पर भारत भूषण आशु को कार्यकारी अध्यक्ष और दलित चेहरे के तौर पर राजकुमार चब्बेवाल को विधायक दल का उपनेता बनाया गया है. पंजाब कांग्रेस की नई टीम ने सोमवार को राहुल गांधी से दिल्ली में मुलाकात की.


नई टीम के एलान के साथ ही पंजाब कांग्रेस में नया विवाद भी शुरू हो गया है. नए प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर राजा वडिंग के चयन पर सवाल उठाने के लिए कांग्रेस ने पूर्व विधायक सुरजीत सिंह धीमान तत्काल निलंबित कर दिया है. धीमान को सिद्धू का करीबी माना जाता है. देखना है कि इस कार्रवाई का असर पंजाब कांग्रेस में नेताओं की बयानबाजी पर पड़ेगा या नहीं! सरकार विरोधी माहौल के बीच आपसी झगड़े और बयानबाजी के कारण कांग्रेस पंजाब में आम आदमी पार्टी के हाथों बुरी तरह हारी और हार के बाद भी प्रदेश कांग्रेस नेताओं की एक-दूसरे पर छींटाकशी जारी है.


इस बीच पंजाब से कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू भी राज्य इकाई के अध्यक्ष बनना चाहते रहे थे मगर नेतृत्व ने उन्हें ये ज़िम्मेदारी नहीं दी. दिलचस्प ये है कि इसी बीच सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाक़ात की और बाकायदा प्रधानमंत्री के साथ अपनी मुस्कुराते हुए तस्वीर भी ट्विटर पर साझा की. बस इसी के बाद से इस बात की सभी चर्चा शुरू हो गई कि बिट्टू शायद नेतृत्व की अनदेखी से नाराज़ हैं और आगे चल कर बीजेपी का दामन भी थाम सकते हैं.


देखना होगा कि पंजाब कांग्रेस की नई टीम कैसे आम आदमी पार्टी का मुकाबला करती है! उससे पहले नजरें इस बात पर है कि विधानसभा चुनाव में अपनी सीट और फिर प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी गंवाने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू की कांग्रेस में भूमिका क्या होगी? चुनाव नतीजों के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पांचों चुनावी राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष का इस्तीफा मांगा लिया था. हालांकि राज्यों के प्रभारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है.


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