Presidential Polls Opposition Meeting: तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने राष्ट्रपति पद के लिए संयुक्त उम्मीदवार पर चर्चा के लिए आज विपक्ष ने बैठक बुलाई है. इस बैठक के लिए ममता बनर्जी मंगलवार को दिल्ली पहुंचीं. वहीं आज की बैठक से पहले सीएम ममता बनर्जी ने मंगलवार को दिल्ली में महाराष्ट्र के नेता शरद पवार (Sharad Pawar) से मुलाकात की. शरद पवार और ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस पार्टी (TMC) ने ट्विटर पर बैठक इस की तस्वीरें साझा कीं.


बैठक को लेकर शरद पवार ने कहा कि ममता बनर्जी ने आज दिल्ली में मेरे आवास पर मुझसे मुलाकात की. हमने अपने देश से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की. वहीं तृणमूल कांग्रेस ने लिखा कि दो दिग्गज नेताओं ने कल होने वाली सभी प्रगतिशील विपक्षी ताकतों की बैठक के लिए मंच तैयार किया. विभाजनकारी ताकतों से लड़ने का हमारा संकल्प और मजबूत होता है. बंगाल की मुख्यमंत्री ने बैठक के लिए करीब 22 दलों को बुलाया है. तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी द्वारा यह बैठक दिल्ली स्थित कंस्टीट्यूशनल क्लब में होगी. 


ममता बनर्जी ने 22 नेताओं को लिखा था पत्र 


ममता बनर्जी ने जिन 22 नेताओं को पत्र लिखा है उनमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी शामिल हैं. इस बैठक में कांग्रेस के नेता भी शामिल होंगे. बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे, जयराम रमेश और रणदीप सुरजेवाला पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे. 


शरद पवार ने उम्मीदवारी से किया इंकार


वहीं राष्ट्रपति चुनाव (Presidential Election) में उम्मीदवारी की बात करें तो पहले विपक्ष की ओर से शरद पवार का नाम आगे किया जा रहा था. लेकिन शरद पवार (Sharad Pawar ) ने राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने से इंकार कर दिया है. पवार की सोमवार को महाराष्ट्र सरकार में राकांपा के मंत्रियों के साथ हुई मुलाकात के बाद ये मुद्दा चर्चा के लिए आया. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने को इच्छुक नहीं हैं. हालांकि कुछ विपक्षी दलों ने उनकी उम्मीदवारी का समर्थन किया है. बैठक में शामिल राकांपा के मंत्री ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) के नेता संजय सिंह ने रविवार को पवार से मुलाकात की और भारत के अगले राष्ट्रपति के चुनाव के लिए राकांपा प्रमुख को अपनी पार्टी के समर्थन की पुष्टि की.


कई दलों ने किया शरद पवार का समर्थन


पिछले हफ्ते, जब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे राज्यसभा चुनाव के सिलसिले में मुंबई में थे, तो उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार के रूप में पवार के नाम की वकालत की थी. खड़गे ने कहा था कि कांग्रेस ने पवार की उम्मीदवारी को लेकर ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) से भी सलाह-मशविरा किया था. वहीं शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा है कि शरद पवार साहब देश के बड़े नेता हैं. कल ममता बनर्जी ने बैठक बुलाई है. शरद पवार भी वहां पहुंचेंगे. राष्ट्रपति चुनाव को लेकर नीति तय होगी.


ममता बनर्जी के बैठक बुलाने से माकपा नाराज


वहीं इसी बीच राष्ट्रपति पद के लिए संयुक्त उम्मीदवार पर चर्चा के लिए बैठक बुलाने के तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी के फैसले से नाराज मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने मंगलवार को कहा कि वे अपने सांसदों को यहां 15 जून को होने वाली विपक्ष की बैठक में भेजेंगे. माकपा महासचिव सीताराम येचुरी और भाकपा महासचिव डी राजा ने कहा कि टीएमसी प्रमुख द्वारा बुलाई गई बैठक में शीर्ष नेतृत्व शामिल नहीं होगा. बैठक में माकपा का प्रतिनिधित्व राज्यसभा में पार्टी के नेता ई. करीम करेंगे. दोनों वाम दलों ने इस तरह की बैठक बुलाने के बनर्जी के ‘‘एकतरफा’’ फैसले पर कड़ी आपत्ति व्यक्त की है. 


येचुरी ने ममता बनर्जी को लिखा पत्र


येचुरी ने बनर्जी को एक पत्र भी लिखा है, जिसमें उन्होंने बैठक बुलाने के तरीके पर अपनी आपत्ति दोहरायी है. येचुरी ने अपने पत्र में कहा है कि विपक्षी दलों की इस तरह की बैठकों में हमेशा पूर्व पारस्परिक परामर्श की प्रक्रिया का पालन किया जाता है ताकि इसमें शामिल होने के इच्छुक लोगों की अधिकतम भागीदारी हो सके. येचुरी ने कहा कि हालांकि, इस मामले में, हमें तारीख, समय, स्थान और एजेंडा की जानकारी देने वाला एकतरफा पत्र प्राप्त हुआ. आपके पत्र में उल्लेख किया गया है कि विपक्षी आवाजों का एक उपयोगी संगम समय की जरूरत है. इसे बेहतर तरीके से हासिल किया जा सकता था यदि आपसी परामर्श होता और पार्टी नेताओं को ऐसी बैठक में भाग लेने के लिए अपनी पूर्व प्रतिबद्धताओं को पुनर्निर्धारित करने के लिए उचित समय मिलता. 


जुलाई में होगा राष्ट्रपति के लिए चुनाव 


बता दें कि, मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) का कार्यकाल 24 जुलाई, 2022 को समाप्त हो रहा है. नए राष्ट्रपति (President) के लिए 18 जुलाई को मतदान होगा और 21 जुलाई को मतों की गिनती की जाएगी. राष्ट्रपति के चुनाव में लोकसभा (Lok Sabha) और राज्यसभा (Rajya Sabha) के सदस्यों के साथ-साथ राज्यों के विधायक वोट डालते हैं. 


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