Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले एनडीए से सीट शेयरिंग को लेकर बात नहीं बनने के बाद राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (आरएलजेपी) के अध्यक्ष पशुपति पारस ने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था जिसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार (20 मार्च) तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया है. इसके साथ ही राष्ट्रपति ने निर्देश दिया है कि कैबिनेट मंत्री किरेन रिजिजू को उनके मौजूदा पोर्टफोलियो के अलावा, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय का प्रभार सौंपा जाए. 


पशुपति पारस फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज का मंत्रालय संभाल रहे थे. अब ये जिम्मेदारी केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू को दे दी गई है. राष्ट्रपति के सचिव की प्रेस रिलीज में कहा गया कि प्रधानमंत्री की सलाह के मुताबिक भारत की राष्ट्रपति ने संविधान के अनुच्छेद 75 के खण्ड (2) के तहत केंद्रीय मंत्रिपरिषद से पशुपति कुमार पारस का इस्तीफा तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया है. 






पशुपति पारस ने क्यों दिया था इस्तीफा?


आरएलजेपी अध्यक्ष पशुपति पारस ने मंगलवार (19 मार्च) को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर बिहार में एनडीए की सीट शेयरिंग को लेकर भेदभाव करने का आरोप लगाया. दरअसल, वो सीट शेयरिंग में चिराग पासवान की एलजेपी (रामविलास) को 5 लोकसभा सीटें मिलने से नाराज हैं. सबसे बड़ी नाराजगी इस बात की थी कि उनकी पार्टी को एक भी सीट नहीं दी गई और इसकी घोषणा करने से पहले उनसे बात तक नहीं की गई.


चाचा भतीजे में नहीं बनती


बिहार के दिवंगत नेता रामविलास पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) साल 2020 में उनके निधन के बाद दो हिस्सों में बंट गई. जिसमें रामविलास पासवान के भाई पशुपति पारस आरएलजेपी और उनके बेटे चिराग पासवान एलजेपी (रामविलास) का नेतृत्व कर रहे हैं. चिराग पासवान बिहार के हाजीपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ने वाले हैं. जबकि उनके चाचा मौजूदा समय में इस लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं. पशुपति पारस दावा कर चुके हैं कि वो भी हाजीपुर से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. 


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