कोरोना महामारी में अहमदाबाद में भगवान जगन्नाथ जी की 144वीं परंपरागत रथ यात्रा को कर्फ्यू लगाकर 19 किलोमीटर के रूट को सिर्फ 3 रथ और 2 वाहनों के साथ अनुमति दी गई है. वहीं, प्रसाद का वितरण नहीं किया जाएगा. गुजरात के गृह मंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने इस बारे में जानकारी दी. 

उन्होंने बताया, "भगवान जगन्नाथ के प्रति लोगों में श्रद्धा व आस्था है. कोरोना महामारी के चलते पिछले साल रथ यात्रा नहीं निकल सकी थी. राज्य में कोरोना की दूसरी लहर पर पूरी तरह काबू पा लिया गया है. इस साल कोरोना सुरक्षा को लेकर जारी दिशा निर्देशों का पालन करते हुए रथ यात्रा निकाली जा सकेगी. रथ यात्रा की सुरक्षा के लिए एसआरपी की 20 कंपनियां तैनात की जाएंगी."

उन्होंने आगे बताया, "12 जुलाई को सुबह को निज मंदिर से रथ यात्रा प्रारंभ होगी और सुबह सात से दोपहर दो बजे तक इसे पूरा कर लिया जाएगा. इस दौरान दर्शनार्थी रथ यात्रा में शामिल नहीं हो सकेंगे. वहीं, दूरदर्शन और निजी टीवी चैनल के माध्यम से लोग रथ यात्रा का दर्शन कर सकेंगे." बता दें कि हर साल यह यात्रा धूमधाम से निकाली जाती है. 

अमित शाह भी यात्रा में हो सकते हैं शामिल 

जानकारी के अनुसार, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 12 जुलाई को भगवान जगन्नाथ यात्रा के दौरान होने वाली मंगला आरती में सपरिवार शामिल होंगे. वहीं, कार्यक्रम में कई और अतिथि भी शामिल हो सकते हैं. बता दें कि मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने रथ यात्रा को लेकर बुधवार को कोर कमेटी की बैठक की. इस दौरान लोगों की श्रद्धा और आस्था को देखते हुए कोरोना गाइडलाइन के साथ रथ यात्रा को मंजूरी देने का फैसला किया गया.

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