Increasing COVID-19 Case in India: देश में एक बार फिर कोविड के मामले बढ़ रहे हैं. सोमवार को राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) के निदेशक डॉ सुजीत सिंह ने बताया, 'भले ही देश में कोविड COVID-19 के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन मरीजों को लेकर गंभीरता और अस्पताल में भर्ती होने पर उनकी निगरानी की जा रही है क्योंकि कोई नया संस्करण सामने नहीं आया है.' डॉक्टर सुजीत ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में बताया,  "हम वैरिएंट के प्रकार पर गौर कर रहे हैं कि क्या हमें यूएस, यूके और अन्य देशों जैसे कुछ वैरिएंट के विशेष मामले मिल रहे हैं. हम अस्पताल में भर्ती होने और मामलों की गंभीरता की निगरानी भी कर रहे हैं ताकि यह विश्लेषण किया जा सके कि यह किसी अन्य प्रकार के कारण है या नहीं. "


डॉ सिंह ने यह भी कहा कि फिलहाल अभी तक भर्ती मरीजों में से कोई नया संस्करण सामने नहीं आया है. उन्होंने कहा, "हम मामलों की निगरानी कर रहे हैं, हमें ओमिक्रोन या इसके सबलाइनेज और पुनः संयोजक वेरिएंट के अलावा कोई विशिष्ट नया संस्करण नहीं मिला है."


उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि एक चौकीदार की तरह पूरे मामले पर निगरानी की रणनीति का पालन किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि पूरे देश में 396 जगहों पर इसी रणनीति का पालन किया जा रहा है और जीनोम इन्डेक्सिंग के लिए नमूने भेज रहे हैं.


हर तरह के वायरस पर हो रही निगरानी 
सिंह ने कहा, "ओमिक्रोन बीए.2 और इसके सबलाइनेज ने डेल्टा और अन्य जैसे सभी वेरिएंट को बदल दिया है, लेकिन सबलाइनेज ट्रांसमिशन और गंभीरता में भी भिन्न हैं."  डॉ सुजीत सिंह के मुताबिक, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि भारत में एक विशेष प्रकार का वायरस कैसा व्यवहार कर रहा है? कौन से शहर प्रभावित हुए हैं? और क्या यह कुछ गंभीरता का संकेत दे रहा है.  उन्होंने आगे कहा, "हमने यूएस, यूके, भारत या दक्षिण अफ्रीका में वायरस के विशेष प्रकार के व्यवहार पर चर्चा की है, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने भी उन मामलों को देखने के लिए विशिष्ट निर्देश दिए हैं. इसके अलावा जो लोग अस्पताल में भर्ती हैं उन मामलों में किस प्रकार का सामना करना पड़ रहा है."


संक्रमित होने के बाद भी लक्षण नहीं 
डॉ सिंह ने आगे बताया, निगरानी उन जिलों में विशेष रूप से केंद्रित निर्देशों के मुताबिक शुरू की गई थी, जहां सबसे अधिक मामले दर्ज किए गए हैं. यह देखने के लिए कि कौन सा विशेष प्रकार का वायरस COVID मामलों के संक्रमण के लिए जिम्मेदार है और अस्पताल में भर्ती मामलों में किस प्रकार के वेरिएंट का सामना करना पड़ा है. संक्रमण और बीमारी के बीच के अंतर को खत्म करते हुए उन्होंने कहा, "संक्रमण और बीमारी दो अलग-अलग चीजें हैं, आप संक्रमित हो सकते हैं लेकिन आपको लक्षण न दिखाई दे सकते ऐसा हो सकता है. इसलिए, यदि संक्रमित व्यक्ति और के छू जाने के बाद भी अगर मामला गंभीर ना हो तो हमें चिंता करने की जरूरत नहीं है."


महाराष्ट्र में बढ़ते मामलों का दिया उदाहरण
उन्होंने आगे कहा, "मैं यह नहीं कहूंगा कि यह बहुत तेजी से बढ़ रहा है, हम पिछले दो महीने से धीरे-धीरे मामलों में बढ़ोत्तरी देख रहे हैं. अगर हम पहले दिन और 60वें दिन के बारे में बात करते हैं तो निश्चित रूप से एक खतरनाक बढ़ोत्तरी हुई है लेकिन हां हमें महामारी विज्ञान के प्रसार और गंभीरता को समझना होगा." उन्होंने आगे बताया कि अगर हम महाराष्ट्र की बात करें तो यह पूरा महाराष्ट्र नहीं है जो COVID मामलों में बढ़ोत्तरी की रिपोर्ट कर रहा हो, महाराष्ट्र के मुंबई सर्कल, पुणे, पालघर और ठाणे ऐसे स्थान हैं जो लगातार मामलों में बढ़ोत्तरी हो रही है.


केरल में भी बढ़ने की बताई वजह
इसी तरह केरल में भी, हालांकि सकारात्मकता बहुत अधिक है, अन्य आयाम भी हैं. अंत में निष्कर्ष पर आते हुए उन्होंने कहा, "कोविड मामलों का संक्रमण कुछ महत्वपूर्ण मापदंडों पर निर्भर करता है.  पहला जनसंख्या का अतिसंवेदनशील पूल है, आप देख सकते हैं कि प्रतिरक्षा की स्थिति क्या है, जो हमारे समुदाय में है. धीरे-धीरे जैसे-जैसे प्रतिरक्षा कम होती है, आपको एक अतिसंवेदनशील पूल मिलता है."


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