MP Kanimozhi Apologise: डीएमके नेता सैदाई सादिक ने तमिलनाडु बीजेपी (Tamilnadu BKP) की महिला नेताओं को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की थी, जिसके बाद गुरुवार (27 अक्टूबर) को डीएमके की वरिष्ठ नेता कनिमोझी ने खुले तौर पर माफी मांगी है. सोशल मीडिया पर एक वीडिया वायरल हुआ था, जिसमें सैदाई सादिक को अभिनेत्री से बीजेपी नेता बनीं खुशबू सुंदर, नमिता, गौतमी और गायत्री रघुराम को लेकर अपमानजनक टिप्पणी करते साफ सुना जा सकता है.


दरअसल, डीएमके नेता की इस टिप्पणी को लेकर बीजेपी नेता खुशबू ने एम के स्टालिन को टैग कर ट्विटर पर सवाल पूछा था. उन्होंने लिखा, "जब पुरुष महिलाओं को गाली देते हैं, तो यह सिर्फ दिखाता है कि उनकी किस तरह की परवरिश हुई है और वे किस जहरीले वातावरण में पले-बढ़े हैं. ये पुरुष एक महिला के गर्भ का अपमान करते हैं. ऐसे पुरुष खुद को #कलैगनार का अनुयायी कहते हैं, क्या यह सीएम स्टालिन के शासन के तहत नया द्रविड़ मॉडल है?"






कनिमोझी ने मांगी माफी


इसी ट्वीट का जवाब देते हुए डीएमके सांसद कनिमोझी ने माफी मांगी. उन्होंने लिखा, "मैं एक महिला और इंसान के रूप में जो कहा गया उसके लिए माफी मांगती हूं. इसे कभी भी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है, चाहे वह किसी भी व्यक्ति ने कहा हो या जिस पार्टी का वे पालन करते हैं. और मैं इसके लिए खुले तौर पर माफी मांग सकती हूं, क्योंकि मेरे नेता एम के स्टालिन और मेरी पार्टी ऐसे लोगों को माफ नहीं करती है."






'पार्टी को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा है'


बता दें कि एम के स्टालिन (MK Stalin) ने हाल ही में अपनी पार्टी के लोगों की ओर से की गई टिप्पणियों और कार्यों के लिए अपनी अस्वीकृति व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि वे उनकी "रातों की नींद हराम" कर रहे हैं और स्टालिन ने खुद की तुलना दोनों तरफ से पिटने वाले ड्रम से की. इस महीने की शुरुआत में पार्टी की एक बैठक में उन्होंने कहा, "कुछ लोगों के व्यवहार के कारण पार्टी को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा है."


कई नेताओं को हटा चुकी है DMK


डीएमके ने कुछ दिन पहले ही वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता केएस राधाकृष्णन को सहयोगी कांग्रेस पर उनकी अपमानजनक टिप्पणियों के कारण पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया था. तब से हटाए गए एक ट्वीट में, राधाकृष्णन ने कांग्रेस के चुनावों की बात की थी और मनमोहन सिंह 2.0 का उल्लेख किया था, जिसका अर्थ था कि यह सोनिया गांधी ही होंगी जो सत्ता में होंगी, चाहे कोई भी चुने गए हों.


इससे पहले, उच्च शिक्षा मंत्री के पोनमुडी ने राज्य सरकार की मुफ्त बस यात्रा योजना का लाभ उठाने वाली महिलाओं पर अपमानजनक टिप्पणी की थी. इसके बाद लोगों ने उनका खूब विरोध किया था. पूर्व मंत्री और सांसद ए राजा की हिंदुओं और शूद्रों पर पर की गई टिप्पणी ने भी पिछले महीने विवाद खड़ा कर दिया था.


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