MEA On Russia Ukraine War: भारत सरकार ने रूस में काम करने के लिए ठगे गए भारतीय नागरिकों के मामले को सख्ती से उठाया है. विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि रूस से लगभग 20 भारतीयों ने हमसे संपर्क किया है, जो भारत लौटना चाहते हैं, क्योंकि उन्हें कथित तौर पर इस मानव तस्करी रैकेट में धोखा दिया गया था. 


विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया, 'उन्हें झूठ बोलकर धोखे से ले गए हैं. ये मानव तस्करी का मामला है. इस मामले में सीबीआई ने कुछ रेड की हैं. हम लोगों से अपील करते हैं कि वो किसी तरह के झांसे में न आएं.'


क्या कहना है विदेश मंत्रालय का?


भारत के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार (8 मार्च) को जारी एक बयान में कहा है कि भारत सरकार ने रूस में काम करने के नाम पर ठगे गए भारतीय नागरिकों के मामले को सख्ती से उठाया है. विदेश मंत्रालय ने रूस में करीब 20 भारतीयों के फंसे होने की आशंका जताई.


मारे गए हैं तीन भारतीय


विदेश मंत्रालय ने बताया कि टू फ्रंट वार में भारत के तीन नागरिकों की मौत हो चुकी है. रूस यूक्रेन जंग में दो भारतीय मारे गए हैं, जबकि इजरायल और हमास के बीच चल रही जंग में एक और भारतीय की मौत हुई है.


सीबीआई ने की है छापेमारी
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि रूस में काम का बहाना बनाकर भारतीयों को भेजने वाले ह्यूमन ट्रैफिकिंग से जुड़े एजेंटों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू की गई है. सीबीआई ने कई शहरों में छापेमारी की है और मामला दर्ज किया गया है.


'एजेंटों के जाल में ना फंसे भारतीय नागरिक'
विदेश मंत्रालय ने भारतीय नागरिकों से अपील की है कि वह रूस में हेल्पर के तौर पर नौकरी दिलाने वाले एजेंटों के जाल में ना फंसें.  यह जीवन के लिए खतरे और जोखिम से भरा है. विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत सरकार रूसी सेना में सहायक स्टाफ के रूप में कार्यरत अपने नागरिकों की शीघ्र रिहाई और उनकी घर वापसी के लिए प्रतिबद्ध हैं.


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