मध्य प्रदेश के खरगोन में हिंसा के बाद आज कर्फ्यू का सातंवा दिन है. पूरे देश में आज खरगोन की चर्चा इसलिए हो रही है क्योंकि 10 अप्रैल रामनवमी के दिन भीषण हिंसा हुई थी. वहीं अब एबीपी न्यूज़ के हाथ वो एफआईआर लगी है जो हिंसा भड़कने के ठीक बाद दर्ज हुई थी. जानकारी के मुताबिक, पहले दिन 2 एफआईआर दर्ज कर 21 आरोपियों पर मामला दर्ज किया गया था. 


एफआईआर के मुताबिक, दंगाइयों के हाथों में पत्थर, पेट्रोल बम, रॉड और अन्य उपयोगी हथियार थे. इसमें ये भी कहा गया, पहले जुलूस पर पथराूव किया गया और फिर आगजनी हुई. उपद्रवियों ने कई घरों को लूट कर आग के हवाले कर दिया. बताया जा रहा है, अन्य शिकायतकर्ताओं के आधार पर अब तक 44 प्राथमिकी दर्ज की गई है और 148 लोगों को गिरफ्तार किया गया. सभी आरोपियों के खिलाफ तालाब चौक मस्जिद के पास संजय नगर इलाके से मामला दर्ज किया गया था.


जल्द हट सकता है कर्फ्यू


वहीं इंदौर जोन के कमिश्नर ने खरगोन में कर्फ्यू को लेकर कहा है कि, “फिलहाल रात में कर्फ्यू लगा रहेगा लेकिन जल्द ही प्रशासन दिन में कर्फ्यू हटाने का फैसला ले सकता है.” वहीं शहर की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी संभाल रहे एसपी ने बताया कि कल भी दिन में दो बार कर्फ्यू में ढील दी गई थी, उन्होंने कहा कि हिंसा के केस में गुजरात से आए 4 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है.


खरगोन में रामनवमी पर कैसे भड़की थी हिंसा


बता दें कि रामनवमी के दिन खरगोन शहर के तालाब चौक से एक जुलूस निकाला गया था. आरोप है कि इसके कुछ देर बाद ही कुछ लोगों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी. बीच में पुलिस ने स्थिति नियंत्रित की, लेकिन कुछ घंटे बाद हालात खराब हो गए. इसके बाद एहतियातन राज्य सरकार ने वहां कर्फ्यू लगा दिया. लोग 6 दिन से कर्फ्यू में जी रहे हैं.


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