दिल्ली विश्वविद्यालय में फिलहाल विवाद थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. हाल ही में लेडी श्री राम (LSR) कॉलेज में अंबेडकर जयंती के मौके पर बीजेपी प्रवक्ता गुरु प्रकाश पासवान को आमंत्रित करने और भाषण को लेकर विरोध हुआ था. वहीं, ताज़ा विवाद दिल्ली विश्वविद्यालय के उत्तरी कैंपस में मौजूद हिंदू कॉलेज का है, जहां 18 अप्रैल और 19 अप्रैल को तीन मुख्य अतिथियों का भाषण आयोजित होने वाला था. 


Caucus: The Discussion Forum of Hindu College के अंतर्गत RJD सांसद मनोज झा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम और पत्रकार बरखा दत्त को व्याख्यान के लिए बुलाया गया था, लेकिन तीनों ही गेस्ट का निमंत्रण कैंसल कर दिया गया है. हिंदू कॉलेज के कई छात्रों ने मेहमानों के आमंत्रण रद्द होने पर विरोध जताया.  


'वैचारिक मतभेदों के बीच संवाद की परंपरा बनी रहनी चाहिए'


आमंत्रण को रद्द करने को लेकर RJD सांसद मनोज कुमार झा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के जरिए प्रतिक्रिया भी दी है. उनका कहना है कि कार्यक्रम से महज कुछ दिन पहले उन्हें आमंत्रण रद्द किए जाने की सूचना दी गई. वो लिखते हैं, "कॉलेज में जो चल रहा, उसने उन्हें असहज कर दिया है. वैचारिक मतभेदों के बीच संवाद की परंपरा बनी रहनी चाहिए. 'नेचर ऑफ प्रोग्राम' में बदलाव किया गया है."
 


'एक दिन आप आमंत्रण रद्द करने की सही वजह मुझे जरूर बताएंगे'


वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम का आमंत्रण भी रद्द कर दिया गया, जिसकी कॉपी एबीपी न्यूज को प्राप्त हुई. इसके अनुसार कोविड गाइडलाइंस के कारण का हवाला देते हुए कार्यक्रम में चिदंबरम की आगामी मौजूदगी को रोका गया. हालांकि, इस मेल के जवाब में पी चिदंबरम ने कहा, "यह जानकारी प्राप्त कर मुझे निराशा हुई कि मेरे आमंत्रण को कार्यक्रम से कुछ दिन पूर्व रद्द किया जा रहा है, लेकिन एक दिन आप आमंत्रण रद्द करने की सही वजह मुझे जरूर बताएंगे, ये मेरा विश्वास है."


'आमंत्रण देकर मुझे मना किया गया कि आप वहां नहीं आ सकते'


बीते कुछ दिनों पहले हुए लेडी श्री राम कॉलेज में बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गुरु प्रकाश पासवान ने एबीपी न्यूज को जानकारी देते हुए बताया कि था कि उन्हें 'Ambedkar Beyond Constitution' विषय पर बोलने के लिए 14 अप्रैल को आमंत्रित किया गया. उन्होंने कहा, "मैंने इस आमंत्रण को स्वीकार किया था. हम संवाद में विश्वास रखते हैं, लेकिन कार्यक्रम से पहले मुझे Uninvite किया गया. आमंत्रण देकर मुझे मना किया गया कि आप वहां नहीं आ सकते. कुछ छात्र संगठन ने कार्यक्रम का विरोध किया, जिनके अनुसार मेरे आने से वातावरण खराब होगा, ये इंटोलेटेंस है."


गौरतलब है कि दिल्ली में फिलहाल मौजूद जवाहरलाल विश्वविद्यालय में हाल ही में हिंसा की तस्वीरें लेफ्ट और राइट दलों के छात्रों के बीच देखी गई थीं. वहीं, दिल्ली विश्वविद्यालय में महज़ कुछ दिनों में अस्थिरता की यह दूसरी घटना है, जिससे शिक्षा संस्थानों पर कार्यक्रमों को शांति से आयोजित करने की जिम्मेदारी बढ़ जाती है.         


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