Jammu Kashmir High Court: श्रीनगर में जम्मू-कश्मीर हाई कोर्ट में सोमवार (19 फरवरी) को घंटो बिजली की समस्या रही. इस पर कोर्ट ने संज्ञान लिया और समस्या से निपटने के लिए मुख्य सचिव को हस्तक्षेप करने के लिए कहा.


जस्टिस अतुल श्रीधरन और जस्टिस मोक्ष खजूरिया काजमी की खंडपीठ ने रिकॉर्ड किया कि सुबह 9:30 बजे के आसपास बिजली गुल हुई और अदालत की ओर से आदेश सुनाए जाने के वक्त सुबह 11:28 बजे तक भी यह बहाल नहीं हुई थी.


कोर्ट ने स्थिति को बताया दयनीय और अकल्पनीय


बार एंड बेंच की रिपोर्ट के मुताबिक, कोर्ट ने इस स्थिति को दयनीय और अकल्पनीय बताया. हाई कोर्ट ने नोट किया, ''जनरेटर भी काम नहीं कर रहा है. कोई रोशनी नहीं है. एयर हीटिंग यूनिट (एएचयू) भी काम नहीं कर रही है. यह दयनीय और अकल्पनीय है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हाई कोर्ट के श्रीनगर विंग की यह स्थिति है.'' अदालत कश्मीर विश्वविद्यालय से संबंधित एक मामले की सुनवाई कर रही थी जब उसने बिजली कटौती का संज्ञान लिया. 


रिपोर्ट के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर में सर्दियों में बिजली की कटौती देखी जाती है. निवासियों के लिए बिजली गुल होना आम बात है. हालांकि, श्रीनगर जैसे शहरी क्षेत्रों में बिजली आमतौर पर नियमित रहती है.





स्थायी समाधान की जरूरत- कोर्ट


कोर्ट ने इस बात पर जोर दिया कि जहां तक श्रीनगर बेंच का सवाल है, स्थिति से निपटने के लिए एक स्थायी समाधान की जरूरत है. कोर्ट ने जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव से समस्या को तुरंत हल करने के लिए आवश्यक आदेश पारित करने का आग्रह किया.


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हाई कोर्ट के एक वरिष्ठ वकील ने बताया कि ग्रिड आपूर्ति लाइनों के विफल होने पर उपयोग में लाए जाने वाले मुख्य बिजली जनरेटर में तकनीकी खराबी आ गई थी, इस वजह से बिजली तुरंत बहाल नहीं हो सकी.


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