मध्य प्रदेश में बीते दिनों से लगातार हो रही बारिश ने लोगों को परेशानी में डाल दिया है. मुसलाधार बारिश के कारण मध्य प्रदेश का पूरा ग्वालियर-चंबल इलाका बाढ़ की चपेट में आ गया है. जिसके बाद सेना और NDRF की टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं. बाढ़ के कारण ग्वालियर-चंबल इलाके में 1177 गांव बूरी तरह प्राभावित हुए हैं.


भारतीय वायु सेना कर रही रेस्क्यू


भारतीय सेना के साथ ही वायु सेना भी बाढ़ में फंसे हुए लोगों को निकाल रही है. भारतीय वायु सेना की ओर से दी जानकारी के अनुसार बुधवार को वायु सेना के एक हेलीकॉप्टर ने सिंध नदी के उफान के कारण कटे दतिया जिले के सोंधा के पास एक मंदिर की छत पर फंसे 7 लोगों को बचाया. वहीं पूरे दिन में वायु सेना ने कुल 46 फंसे हुए लोगों को बाढ़ ग्रस्त इलाके से बाहर निकाला है.






सीएम शिवराज ने की सेना के चार कालम की मांग


बाढ़ और लगातार हो रही बारिश को लेकर प्रशासन लगातार राहत और बचाव कार्य में लगा है. NDRF और SDRF के बाद सेना को भी बुलाया गया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ''आर्मी भेजना ही सही होगा, आर्मी के चार कालम की डिमांड की है. एक कालम में आर्मी के 80 लोग होते हैं. हालात खराब हैं हमारे दो मंत्री शिवपुरी में कंट्रोल रूम बनाकर ही बैठे हैं.''


बाढ़ में बह गए कई घर


वहीं मध्य प्रदेश के शिवपुरी में आई बाढ़ के बाद मंगलवार आधी रात में दर्जनों पक्के मकान बह गए. जिसके कारण कई लोग बेघर हो गए हैं. वहीं शिवपुरी के बहगमा गांव में 20 घर तबाह हो गए हैं. एक ही परिवार के चार पक्के मकान आधी रात करीब 3 बजे बह गए. इसके अलावा चेतारी गांव के करीब 50 लोगों को एनडीआरएफ की टीम ने बाहर निकाला. जिन लोगों को घर से निकाला उनका सब कुछ पानी में बह गया. 


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