Himanta Biswa Sarma on Mamata Banerjee: लोकसभा चुनाव के बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ओडिशा में बीजेपी की स्थिति और पश्चिम बंगाल की सरकार पर जमकर निशाना साधा. एबीपी न्यूज से एक्सक्लूसिव बात करते हुए सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, "ओडिशा में एक महीने पहले के माहौल और आज के माहौल में बहुत अंतर है. अब सबकुछ बदल गया है. ओडिशा भी मोदी मय हो गया है."


'बीजेडी में पांडियन के आलावा है क्या?'


असम के मुख्यमंत्री ने कहा, "ओडिशा में बीजेडी का 5 टी प्रोग्राम केवल, तमिलनाडु है.... बीजेडी में पांडियन के आलावा क्या है?" पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के ओबीसी प्रमाण पत्र पर हाईकोर्ट के आदेश को न मानने वाली बात पर उन्होंने कहा, "ये पहले ही कहा गया था कि ओबीसी के नाम पर ममता बनर्जी मुस्लिमों को बैक डोर एंट्री दे रही हैं. किसी भी राज्य में ओबीसी की जनगणना होती है, उसके बाद ही लिस्ट बनती है, लेकिन बंगाल में मुस्लिमों को ध्यान में रखते हुए लिस्ट बनाई जा रही है." 


मुस्लिमों का बैक डोर रिजर्वेशन होगा बंद


मुस्लिम आरक्षण पर बात करते हुए सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, "ममता दीदी ने इसे तुष्टिकरण का हथियार बनाया है. हमारी सरकार बनने पर कर्नाटक, आंध्र प्रदेश में भी मुस्लिमों का बैक डोर रिजर्वेशन बंद किया जाएगा. ममता बनर्जी की सरकार रही तो सुप्रीम कोर्ट पर भी बयानबाजी करेंगी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी ऐसी ही टिप्पणी कर रहे हैं. यदि इंडिया गठबंधन की सरकार आती है तो ये भी संस्थाओं को खत्म कर देंगे."


क्रिमिनल से बचने वाली किताब पढ़कर आए केजरीवाल


इस दौरान सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को खराब राजनीतिज्ञ करार दिया. उन्होंने कहा, "अरविंद केजरीवाल जो एक राजनेता हैं... आज के दिन में ऐसा खराब राजनितिज्ञ कोई नहीं है. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने जेल में रामायण, गीता पढ़ा है... उन्होंने कोई गीता नहीं पढ़ी है... क्या गीता रामायण पढ़कर कोई इतना खराब काम करता है. कुछ क्रिमिनल से बचने वाली किताब पढ़ कर आए होंगे."


स्वाती मालीवाल के इंटरव्यू पर बोलते हुए उन्होंने कहा, "जो व्यक्ति पूरी दिल्ली को सीसीटीवी देने की बात करते थे वो अपने घर के ड्राइंग रूम की फुटेज नहीं दे पा रहे हैं... वो क्या दिल्ली को सुरक्षित रखेंगे. महिलाओं की बात करने वाली सुनीता केजरीवाल आज चुप हैं. निर्भया का आंदोलन महिलाओं के हक के लिए नहीं था, बल्कि पॉवर पाने के लिए था. आज केजरीवाल देश के सामने एक्सपोज हो चुके हैं."


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