जम्मू-कश्मीर पुलिस ने दावा किया है कि इस साल अब तक जम्मू कश्मीर में ग्रेनेड फेंकने वाले करीब आधा दर्जन मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया गया है. जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर कहा कि जम्मू कश्मीर में शांति बहाली में महिला अफसरों और अन्य अधिकारियों का अहम भूमिका है. 


जम्मू कश्मीर में लगातार सुरक्षाबलों और आम नागरिकों पर हो रहे ग्रेनेड हमलों को लेकर जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने बड़ा बयान दिया है. दिलबाग सिंह ने कहा है कि पिछले साल जम्मू कश्मीर पुलिस ने प्रदेश में ऐसे 85 मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था और इस साल अब तक आधा दर्जन से अधिक गिरने रखने वाले मॉड्यूल को पकड़ा गया है. कश्मीर में रविवार शाम ग्रेनेड हमले को लेकर पुलिस कुछ इनपुट मिले हैं. दिलबाग सिंह ने कहा कि इस मामले में कुछ लोग को पूछताछ के लिए उठाया गया है और जल्द इन दोषियों को पकड़ा जाएगा. 


आतंकवाद के खात्मे के लिए इनका रहा अहम योगदान


जम्मू कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के खात्मे के लिए जम्मू कश्मीर की महिला पुलिस अधिकारियों और जवानों का भी अहम योगदान रहा है. उन्होंने कहा कि जब 1990 के दशक में हिंसा हो रही थी और जम्मू-कश्मीर पुलिस अपने फर्ज निभा रहे थे. उन्होंने कहा कि 1990 में जब स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप बनाया गया तब उसमें पुरुष पुलिस अधिकारियों के साथ-साथ महिला अधिकारियों भी शामिल हुए और दोनों ने मिलकर यह लड़ाई लड़ी और हालात में बदलाव आया. 


दिलबाग ने आगे कहा कि उसके बाद बहुत उतार-चढ़ाव देखा गए लेकिन आज जिस तरह से परिस्थितियां जम्मू कश्मीर में है उसमें महिला अधिकारियों जवानों और बटालियन का बहुत बड़ा योगदान है. उन्होंने कहा कि चाहे इंटेलिजेंस हो क्राइम हो ट्रैफिक हो कोई ऐसी जगह नहीं है जहां पर जम्मू कश्मीर पुलिस की महिला अधिकारियों नहीं है. जम्मू कश्मीर के डीजीपी ने कहा कि ड्रोन से पाकिस्तान हथियार गिरा रहा है और लगातार जम्मू पुलिस इस पर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा कि बाकी एजेंसीज के साथ मिलकर जम्मू पुलिस लगातार सीमा पार की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं जो सामान सीमा पार से भेजा गया है उसकी जांच की जा रही है.


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