देश और दुनिया में आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जा रहा है. इस दिन दुनिया के बहुत से देशों में महिला उपलब्धि को सराहा जाता है और कई तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर नारी शक्ति को नमन किया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सम्मान और अवसरों पर विशेष जोर के साथ अपनी विभिन्न योजनाओं के माध्यम से महिला सशक्तीकरण पर अपना ध्यान केंद्रित करती रहेगी. 


उन्होंने ट्वीट किया, 'भारत की विकास यात्रा में अपनी नारी शक्ति को आगे रखने के लिए वित्तीय समावेषण से लेकर सामाजिक सुरक्षा, गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल से लेकर आवास, शिक्षा से लेकर उद्यमिता जैसे कई प्रयास किए गए. आने वाले समय में ये प्रयास और जोश के साथ जारी रहेंगे. महिला दिवस पर मैं नारी शक्ति और विभिन्न क्षेत्रों में उनकी उपलब्धियों को नमन करता हूं. भारत सरकार सम्मान और अवसरों पर विशेष जोर के साथ अपनी विभिन्न योजनाओं के माध्यम से महिला सशक्तीकरण पर अपना ध्यान केंद्रित करती रहेगी.'






वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी महिलाओं को बधाई दी. उन्होंने कहा, 'महिलाएं अपने ज्ञान, समर्पण और ताकत से समाज को बदलने में सक्षम हैं. उन्हें उनका लंबे समय से लंबित बकाया मिलना चाहिए. सभी को महिला दिवस की बधाई.'


महिला दिवस का यह है इतिहास
साल 1908 में अमेरिका में 8 मार्च को 15,000 से अधिक महिलाओं ने अपने अधिकारों के लिए सड़क पर आंदोलन किया था. यह सभी महिलाएं कामकाजी थी और उनकी मांग थी कि उनके काम के घंटे कम किए जाएं और उनके वेतन में भी बढ़ोतरी की जाए. इसके साथ ही उन्हें समाज में बराबरी का स्थान देते हुए मतदान का भी अधिकार दिया जाए. इस आंदोलन की आवाज सरकार तक पहुंची. इसके बाद साल 1909 में अमेरिका की सोशलिस्ट पार्टी ने इसे अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत की. इसके बाद साल 1917 में पहले विश्व युद्ध के दौरान रूस की महिलाओं ने भी ब्रेड और पीस के लिए आंदोलन किया. इसके बाद राजा निकोलस ने महिलाओं को मतदान का अधिकार दिया. इस कारण साल 1975 में यूनाइटेड नेशंस ने 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को मनाने की शुरुआत कर दी.


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