Hajj 2022: इस्लाम में हज की काफी अहमियत है. हर वह मुस्लिम जो शारीरिक और आर्थिक तौर पर मजबूत है, उस जिंदगी में एक बार हज जरूर करने का हुक्म है. हज यात्रा पर गए लोगों के लिए 8, 9 10 तारीख काफी अहम मानी जाती है. इसमें से आज के दिन यानि 8 तारीख काफी अहम है. सात तारीख को खानए काबा के तवाफ (परिक्रमा) करने के बाद लोग आज अराफात में पहुंचते हैं. आइए जानते हैं आज का क्यों अहम है. 


अराफात में पहुंचने के बाद कहलाते हैं हाजी
दरअसल आज के दिन हज यात्री मक्के में मैदाने मिना से पहले आने वाले मैदान अराफात पहुंचते हैं, जहां ज़ौहर और अस्र (दोपहर में पढ़ी जाने वाली नमाज) पढ़ते हैं. दुआएं पढ़ी जाती हैं. ये इशा की नमाज तक यहीं रहते हैं. हज के लिए मैदान अराफात में पहुंचकर नमाज और दुआएं पढ़ना हज के अरकान (प्रक्रिया) का एक अहम हिस्सा होता है. यहां पहुंचने के बाद हाजी कहलाया जाता है. वहीं इसके बाद हाजी मैदाने मुस्दल्फा जाते हैं यहां वे कंकरियां चुनते हैं, जो मिना जाकर शैतान को मारी जाती है. इससे पहले जिल हिज्ज की सात को एहराम बांधने के बाद खानए काबा का तवाफ किया जाता है.  


साढ़े आठ लाख लोगों को मिली मंजूरी 
बता दें कि सऊदी अरब ने इस साल हज यात्रा के लिए आने वाले यात्रियों की संख्या को बढ़ाने का फैसला किया है, जिसके तहत सऊदी अरब ने गुरुवार से शुरू हुई हज यात्रा के लिए विदेश से आने वाले 8 लाख पचास हजार मुसलमानों को यात्रा करने की मंजूरी देने का फैसला किया है. सऊदी सरकार के इस फैसले से दुनियाभर के मुसलमानों में खुशी की लहर है, क्योंकि हर मुसलमान का सपना होता है कि वो अपने जीवन में एक बार हज यात्रा अवश्य करें. अब सऊदी सरकार के इस फैसले से इस साल अधिक से अधिक संख्या में मुसलमानों को हज यात्रा करने का मौका मिलेगा.


अबतक इतने यात्री पहुंचे
अधिकरियों के मुताबिक हज यात्रा के लिए अब तक 6 लाख पचास हजार तीर्थ यात्री यहां पहुंच चुके हैं. अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को सुरक्षा कारणों के चलते दस हजार यात्रियों को मक्का में दाखिल होने से रोक दिया गया था. सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने ऐसे 288 लोगों को गिरफ्तार किया, जो बिना मंजूरी के हज करने के लिए यहां जबरन घुसने की कोशिश कर रहे थे. पुलिस ने इन लोगों को गिरफ्तार कर उनपर जुर्माना भी लगाया है.


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