Goa Congress Crisis: कांग्रेस ने गोवा में संकट के बीच अपने 11 में से दो विधायकों दिगंबर कामत (Digambar Kamat) और माइकल लोबो (Michael Lobo) को अयोग्य ठहराने की मांग की है. गोवा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अमित पाटकर ने कहा कि अध्यक्ष को विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में लोबो को हटाने के पार्टी के फैसले के बारे में सूचित किया गया है.


पाटकर ने दावा किया, ‘‘दोनों विधायकों के खिलाफ अयोग्यता याचिकाएं दायर की गई हैं, क्योंकि उन्होंने स्वेच्छा से पार्टी की सदस्यता छोड़ दी है. उच्चतम न्यायालय का एक फैसला है, जिसमें कहा गया है कि कोई भी पार्टी विरोधी गतिविधि पार्टी की सदस्यता छोड़ने के बराबर है.’’ 


उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक दल को विभाजित करने का बीजेपी का कदम विफल हो गया, क्योंकि वह दल-बदल रोधी कानून के प्रावधानों को बेअसर करने लिए विधायकों की जरूरी संख्या नहीं जुटा सकी.


पाटकर ने कहा, ‘‘बीजेपी ने महाराष्ट्र में पैसे और बाहुबल के जरिए जो किया है उसे वह दोहराना चाहती है. हमने रविवार को सुनिश्चित किया कि हमारी पार्टी में दल-बदल रुक जाए.’’


इससे पहले रविवार को कांग्रेस ने माइकल लोबो को गोवा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष (एलओपी) के पद से हटा दिया था. पार्टी ने लोबो और पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत पर बीजेपी के साथ मिलकर कांग्रेस के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया है.


यह घटनाक्रम उन अटकलों के बीच सामने आया है जिनमें कहा जा रहा है कि 40 सदस्यीय सदन में कांग्रेस के कुछ विधायक बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. कांग्रेस के गोवा डेस्क प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने रविवार को कहा था कि पार्टी के पांच विधायक - लोबो, कामत, केदार नाइक, राजेश फलदेसाई और डेलियाला लोबो से संपर्क नहीं हो पा रहा है.


वहीं पांच अन्य - एल्टन डी'कोस्टा, संकल्प अमोनकर, यूरी अलेमाओ, कार्लोस अल्वारेस फरेरा, रुडोल्फ फर्नांडीस प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद थे. उन्होंने कहा, ‘‘छठे विधायक एलेक्सो सिकेरा पार्टी नेताओं के संपर्क में है और कांग्रेस के साथ हैं.’’ गोवा में सत्तारूढ़ बीजेपी के पास वर्तमान में 20 विधायक हैं और उसे पांच अन्य का भी समर्थन हासिल है.


सीएम का बयान


कांग्रेस नेताओं के बीजेपी में शामिल होने की अटकलों के बीच मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने भी बयान दिया है. सावंत (Pramod Sawant) ने कहा, ''हमें किसी की कोई जरूरत नहीं है. हमारी स्थिर सरकार है. हमारे पास 25 विधायकों का समर्थन है. उनको (कांग्रेस को) कुछ काम नहीं है इसलिए वे यहां आकर बीजेपी पर दोष लगाने का नाटक कर रहे हैं.''


गुटबाजी में उलझी कांग्रेस कैसे मोदी और BJP को चुनौती देने की बजाय कमजोर होती चली गई? Congress के 'गृहयुद्ध' की कहानी


Maharashtra Politics: चुनाव आयोग के पास पहुंची शिवसेना की लड़ाई, उद्धव ठाकरे ने पार्टी सिंबल को लेकर किया ये अनुरोध