Lawrence Bishnoi News: लॉरेंस बिश्नोई गैंग को लेकर एक नया खुलासा सामने आया है. लॉरेंस बिश्नोई जिस तरह से लोगों की हत्या की प्लानिंग जेल में बैठे-बैठे करता है, उसी तरह से वह अपने गैंग को चलाने और गैंग के लिए बंदूक-गोलियाँ लेने के लिए, वांटेड गैंग मेंबर को पैसे देने का काम भी जेल में बैठे-बैठे करता है. इसके अलावा लॉरेंस बिश्नोई थाइलैंड-कनाडा जैसे देशों में पैसों का निवेश करने और प्रो खलिस्तानी एलिमेंट को फंडिंग करने के लिए लगने वाले पैसों के लिए जेल में बैठे-बैठे वसूली का धंधा चलाता है.


सूत्रों ने बताया कि लॉरेंस बिश्नोई जेल में बैठकर ही धमकी भरे कॉल करता है और वसूली की रकम मांगता है. अगर किसी ने पैसे देने में आनाकानी की तो उसे डराने के लिए अपने गैंग के लोगों को भेजता भी है. ये कहना गलत नहीं होगा कि लॉरेंस बिश्नोई जेल की मजबूत दीवारों के पीछे अपने दुश्मनों से सुरक्षित रहकर अपनी गैंग धड़ल्ले से चलाता है.


जोधपुर के जैन ट्रैवेल एजेंट से 20 लाख की वसूली


साल 2017 में जब लॉरेंस बिश्नोई फरीदकोट जेल में बांद था, तब उसने शास्त्री नगर के ट्रैवल एजेंट को कॉल कर 50 लाख रुपये की मांग की छी. ट्रैवल एजेंट ने पैसे देने के बजाय उसे टालना शुरू कर दिया, जिसके बाद बिश्नोई ने जग्गा, शुभम मंत्री, विक्रम विकी, हीरा जाट, विष्णु बिश्नोई, और नरेश को उस ट्रैवेल एजेंट के घर फायरिंग करने भेजा. इन लोगों ने उस एजेंट के घर जाकर फायरिंग की और फिर एक महीने के बाद उसने 20 लाख रुपये संपत नेहरा को दिये.


जोधपुर के डॉक्टर चण्डक वासी से 10 लाख की वसूली


इस वारदात को अंजाम देते समय भी लॉरेंस बिश्नोई फरीदकोट जेल में था. उस समय उसने डॉक्टर से 50 लाख की वसूली को मांग की थी, लेकिन उसने पैसे देने से इंकार कर दिया, जिसके बाद लॉरेंस बिश्नोई ने अपने शूटर शुभम मंत्री, विक्रम विकी, वाशियन दुरकोट, हीरा जाट, विष्णु बिश्नोई, नरेश को उसके घर पर गोलियां चलाकर डराने के लिए कहा. शूटर्स ने 32 बोर की बंदूक से डॉक्टर के घर पर गोलियां बरसाई, जिसके एक महीने बाद डॉक्टर में 10 लाख रुपये नेहरा को दिये.


टेक्सटाइल ओनर से 10 लाख की वसूली


लॉरेंस बिश्नोई जब जोधपुर की जेल में कैद था, उस समय उसके गैंग का सदस्य हीरा जाट ने टेक्सटाइल ओनर का नंबर लॉरेंस को दिया. लॉरेंस ने उसे फोन पर धमाकर पैसे मांगे. इसके बाद टेक्सटाइल ओनर के घर पर हीरा जाट ने फायरिंग की तब जाकर उसने पैसे दिये.


जोधपुर के व्यापारी से 12 लाख की वसूली


जिस समय लॉरेंस बिश्नोई जोधपुर की जेल में था, उस समय जोधपुर के बुमा राम नाम के गैंग मेंबर ने बमबानी व्यापारी का नंबर उसे दिया. लॉरेंस ने उसे कॉल कर धमकाया, पैसों की मांग की और फिर उसने वसूली की 12 लाख रुपये बिश्नोई गैंग के टीनू और संपत को हैंडओवर किया.


वसूल किए गए पैसे का विदेश में किया निवेश


साल 2017 में लॉरेंस बिश्नोई जब भरतपुर जेल में कैद था, उस समय थाइलैंड में रहने वाले उसके गैंग का मेंबर काला राणा ने उसे इस व्यापारी का नंबर दिया, जिसके बाद लॉरेंस ने उसे धमकाया और उससे 10 लाख रुपये मांगे. व्यापारी ने 10 लाख रुपये लॉरेंस के खास संपत नेहरा को दिये. इस पैसों को संपत ने थाइलैंड काला राणा के पास भेज दिया, जिसे उसने मनीष भंडारी नाम शख्स के क्लब में निवेश कर दिया.


साल 2017 में 10 लाख की वसूली


भरतपुर जेल में है लॉरेंस बिश्नोई को संपत नेहरा और टीनू ने उसे व्यापारी का नंबर दिया, उस व्यापारी को लॉरेंस ने धमकाया और फिर संपत ने जाकर उससे 10 लाख रुपये कलेक्ट किया, इन पैसों को बाद में संपत ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के वांटेड आरोपियों के पास भिजवा दिया.


मुक्तसर में मन्ना मलोट के पार्टनर से 20 लाख की वसूली


मन्ना मलआउट की हत्या करने के बाद लॉरेंस बिश्नोई ने उसके वाइन शॉप पार्टनर से 20 लाख की फिरौती मांगी, उस समय लॉरेंस बिश्नोई भरतपुर जेल में कैद था. मन्ना के पार्टनर ने उसे 20 लाख रुपये दिए और फिर उन पैसों को हवाला के जरिये संपत नेहरा ने थाइलैंड काला राणा के पास भेज दिया उन पैसों को उसने क्लब में इन्वेस्ट कर दिया.


वसूली के पैसे से खरीद हथियार


साल 2020 में भरतपुर जेल से ही लॉरेंस बिश्नोई को थाइलैंड के काला राणा ने रिंकु मेहता नंबर दिया, जिसके बाद लॉरेंस ने उसे धमकी दी और फिर उससे मिले पैसों में कुछ हवाला के जरिये थाइलैंड निवेश करने के लिए भेजा गया. कुछ पैसे का इस्तेमाल हथियार खरीदने के लिए और कुछ पैसों का इस्तेमाल लॉरेंस बिश्नोई ने अपने जेल में होने वाले खर्चों के लिए किया.


पंजाब के टेलर से 10 लाख वसूले


साल 2017 में जेल में बैठकर पंजाब के एक टेलर को कॉल कर लॉरेंस बिश्नोई ने 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी. यह नंबर उसे उसके भाई अनमोल बिश्नोई ने दिया था. इसके बाद पुणे का रहने वाला संतोष यादव नाम के शूटर ने टेलर के घर पर फायरिंग की और फिर उसने पैसे दिये, जिसे बाद में अनमोल के पास भिजवा दिया गया.


लिकर कांट्रेक्टर से 35 लाख की वसूली


साल 2020 में लॉरेंस बिश्नोई और उसका क्राइम पार्टनर काला जेठड़ी ने लिकर कांट्रेक्टर्स से पैसे वसूलना शुरू किया. लॉरेंस बिश्नोई इन्हें कॉल कर धमकाता और पैसों की मांग करता था. इसके बाद उससे मिले पैसों को लॉरेंस ने थाइलैंड में मनीष भंडारी के पास निवेश किया. भंडारी के कई क्लब हैं. वह बिश्नोई का पैसा वहीं रखता है जरूरत के हिसाब से पैसे भेजता है.


पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक लॉरेंस बिश्नोई ने बीकानेर के स्टोन कांट्रेक्टर से 2 लाख महीना हर महीने वसूली की. भीलवर के क्रशर से 2 लाख की प्रति महीना, राजमंध और किशनगढ़ के मार्बल कांट्रेक्टर से 2 लाख प्रति महीने की वसूली की.  लॉरेंस बिश्नोई ने गुजरात, राजस्थान बॉर्डर और संचोर एरिया के अल्कोहल, ओपियम और पॉपी हस्क के कांट्रेक्टर से 20 लाख महीने की वसूली की और इन पैसों को हवाला के जरिये गोल्डी बराड़ के पास भिजवा दिया गया.


प्रो खलिस्तानी एलिमेंट को किया फंडिंग


इसके अलावा साल 2020 में जब लॉरेंस बिश्नोई भरतपुर की जेल में कैद था, उस समय गंगानगर के प्रॉपर्टी डीलर से 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी. इन पैसों को बाद में बिश्नोई के खास सतबीर सैम को कैनेडा में हवाला के जरिये भेजा गया था. इन पैसों का इस्तेमाल सैम ने कथित तौर से प्रो खलिस्तानी एलिमेंट को फंडिंग के लिए किया था.


गंगानगर के बुकी एलडी मित्तल से 20 लाख रुपये की वसूली की, जिसके लिए उसके घर पर भी फायरिंग करवाई गई. उस समय लॉरेंस बिश्नोई को मित्तल का नंबर रोहित गोदारा ने दिया था. इन पैसों को मित्तल ने हवाला के जरिए गोल्डी बराड़ को भेजा था. इन पैसों का इस्तेमाल हथियार खरीदने और गैंग के सदस्यों के लिए किया गया.


अजमेर की जेल से 10 लाख वसूले


लॉरेंस बिश्नोई ने साल 2021 में अजमेर की जेल में रहकर गंगानगर के बुकी राजू से 10 लाख की फिरौती मांगी और फिर उन पैसों को कैनेडा गोल्डी बराड़ के पास हवाला के जरिये भेज दिया गया. लॉरेन बिश्नोई ने अजमेर जेल में रहकर ही दिल्ली के ग्लेन बुकी से 60 लाख की फिरौती मांगी और इन पैसों में से कुछ सैम को कुछ कनाडा में गोल्डी बराड़ को और कुछ पैसों को दूसरे गैंग मेंबर के पास भेज दिये. गोल्डी ने इन पैसों का निवेश ट्रकिंग बिजनेस में किया.


इसके अलावा लॉरेंस बिश्नोई ने दिल्ली के गूगल बुकी को धमकाकर 40 लाख रुपये की वसूली की. उसने फिरौती की रकम को कनाडा भेज दिया गया और कुछ पैसों से हथियार खरीदे गये. इस तरह से करीबन 28 मामले सामने आये हैं, जिसमे लॉरेंस बिश्नोई ने जेल में बैठकर कॉल लिया और लोगों को धमकाकर उनसे लाखों रुपये इकट्ठा किए.


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