Sharmistha Mukherjee on Congress: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने राष्ट्रीय राजनीति में मजबूत होने के लिए कांग्रेस को आत्मनिरीक्षण का सुझाव दिया है. उन्होंने कहा कि वक्त आ गया है कि कांग्रेस नेतृत्व के लिए गांधी और नेहरू परिवार से बाहर भी देखे. सोमवार (5 फरवरी, 2024) को ये बातें उन्होंने राजस्थान में 17वें जयपुर साहित्योत्सव के बाद कहीं. समाचार एजेंसी 'पीटीआई' की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से समय आ गया है कि नेतृत्व के लिए कांग्रेस दूसरे विकल्प तलाशे.


दिल्ली महिला कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष की ओर से बताया गया कि लोकसभा में कांग्रेस की सीटों की संख्या भले ही कम हो गई हो लेकिन राष्ट्रीय राजनीति में उसकी बहुत मजबूत उपस्थिति है. ऐसा इसलिए क्योंकि वह देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी है. तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है. हालांकि, उनका मानना है कि कांग्रेस में लोकतंत्र बहाली, सदस्यता अभियान, संगठनात्मक चुनाव और नीति निर्णय की प्रक्रिया में हर स्तर पर जमीनी कार्यकर्ताओं को शामिल करने की जरूरत है.


"आत्मनिरीक्षण करे कांग्रेस कि..."


शर्मिष्ठा मुखर्जी ने बताया कि पिता प्रणब मुखर्जी की डायरी में भी यही बातें लिखी हैं. वह आगे बोलीं, "ये कांग्रेस नेताओं को देखना है कि पार्टी को मजबूत करने के लिए कैसे काम करना है. कांग्रेस यह आत्मनिरीक्षण करे कि क्या वह सही मायने में पार्टी की विचारधारा को आगे ले जा रही है? अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अर्थ केवल यही नहीं है कि आप अपनों का गुणगान करें और जिस क्षण पार्टी नेतृत्व की आलोचना करें तो पूरा ईको-सिस्टम कठघरे में खड़ा कर दे."


INDIA के नेतृत्व पर क्या कहा? जानिए


विपक्षी गठजोड़ इंडिया में नेतृत्व के सवाल पर पूर्व कांग्रेस नेत्री ने बताया, "उन्हें (गठबंधन में शामिल दलों को) निजी मुद्दे सुलझाने की जरूरत है. जैसे सीट बंटवारे का मसला पर लेकिन आम चुनाव तक क्या यह गठबंधन बचा रहेगा? मैं इसका जवाब नहीं दे सकती. जहां तक नेतृत्व का सवाल है, गठबंधन में बहुत से वरिष्ठ नेता हैं, उन्हें स्वयं सुलझाना चाहिए.


कांग्रेस लीडरशीप को लेकर दिया यह बयान 


कांग्रेस लीडरशिप पर हुए सवाल पर पूर्व राष्ट्रपति की पुत्री ने कहा, "यह कांग्रेस नेताओं को तय करना है कि कौन नेता होगा लेकिन पार्टी समर्थक के रूप में मुझे हमेशा इस बात की चिंता रहती है." शर्मिष्ठा मुखर्जी ने सितंबर 2021 में सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने का ऐलान किया था. पिता की लिखी डायरी पर वह किताब भी लिख चुकी है जिसमें कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर कई दावे हैं.


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