Farmers Protest Live: किसान आंदोलन के समर्थन में गरजे शरद पवार, पूछा- क्या ये किसान पाकिस्तान से आए हैं?
आज दिल्ली की सीमाओं पर किसान आंदोलन का 61वां दिन है. दिल्ली पुलिस और किसान संगठनों के बीच ट्रैक्टर मार्च को लेकर सहमति बनती दिख रही है. सिंघु बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर, चिल्ला बॉर्डर पर ट्रैक्टरों की तादाद बढ़ने लगी है. इधर, किसान आंदोलन के समर्थन में एनसीपी चीफ शरद पवार ने मुंबई में रैली की है.
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नई दिल्ली: 26 जनवरी को होने वाली किसानों की ट्रैक्टर रैली को पुलिस ने शनिवार को मंजूरी दे दी है. किसान नेताओं ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा है कि किसान दिल्ली में प्रवेश करेंगे और शांतिपूर्ण तरीके से मार्च करेंगे. परेड का रूट आज फाइनल किया जाएगा.
शनिवार को किसान नेताओं और पुलिस के बीच बैठक हुई थी. इस बैठक के बाद स्वराज इंडिया के योगेंद्र यादव ने कहा कि '26 जनवरी को किसान इस देश में पहली बार गणतंत्र दिवस परेड करेगा. पांच दौर की वार्ता के बाद ये सारी बातें कबूल हो गई हैं. सारे बैरिकेड खुलेंगे, हम दिल्ली के अंदर जाएंगे और मार्च करेंगे. रूट के बारे में मोटे तौर पर सहमति बन गई है.'
किसान नेताओं ने क्या कहा
किसान नेताओं ने कहा कि 26 जनवरी को एतिहासिक परेड होगी. देश की आन-बान-शान पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. पुलिस ने बैरीकेड तोड़ने की चेतावनी दी थी लेकिन पुलिस खुद हटाने की मान गई है. यह किसानों की जीत है. दिल्ली पुलिस और केंद्र को परेड पर भी झुकना पड़ा है. दिल्ली की किसान परेड को पूरी दुनिया देखेगी.
उन्होंने इस दौरान शांति बनाए रखने की अपील की. परेड की टाइमिंग अभी फाइनल नहीं हुई है. परेड 24 घंटे से लेकर 72 घंटे तक चलेगी. योगेंद्र यादव ने कहा कि हम अपने दिल की भावना व्यक्त करने 26 जनवरी को राजधानी के अंदर जाएंगे. एक ऐसी ऐतिहासिक किसान परेड होगी जैसी इस देश ने कभी नहीं देखी.
दिल्ली पुलिस का ये भी कहना है कि किसानों ने अभी तक हमें कोई लिखित रुट नहीं दिया है, लिखित रुट आएगा, उसके बाद बताएंगे. दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक किसानों को रिंग रोड के बाहर जो रूट बताया गया था. उसपर सहमति बन गई है. 26 तारीख को किसान ट्रैक्टर रैली करेंगे. बॉर्डर के पास के ही इलाकों में होगी रैली. रिंग रोड पर नहीं जा सकते किसान.
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गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों के ट्रैक्टर परेड में अब सिर्फ कुछ ही घंटों का वक्त बाकी है. दिल्ली बॉर्डर पर किसानों ने तैयारी तेज कर दी है. सिंघु बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर, चिल्ला बॉर्डर पर ट्रैक्टरों की तादाद बढ़ने लगी है. पंजाब में व्यापारियों ने मंडियां बंद रखकर किसानों का समर्थन किया है. इस आंदोलन में शामिल होने के लिए छोटे-छोटे शहरों और गांवों से किसान दिल्ली बॉर्डर का रुख कर रहे हैं.
26 जनवरी को जब किसान ट्रैक्टर परेड के लिए दिल्ली में दाखिल होंगे तो आम आदमी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता उनका स्वागत करेंगे. हालांकि इस दौरान AAP का झंडा या बैनर नहीं लगाया जाएगा. आम आदमी पार्टी सूत्रों के मुताबिक दिल्ली और देश के नागरिक के तौर पर देश के किसानों का स्वागत किया जाएगा.
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की है. मायावती ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि किसानों की मांगों को ध्यान में रखते हुए नए कृषि कानूनों को जरूर वापस लेना चाहिए ताकि गणतंत्र दिवस पर किसी नई परंपरा की शुरुआत नहीं हो.
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