BJP On Mahua Moitra: संसद का शीतकालीन सत्र 4 दिसंबर से शुरू हो चुका है. इस बीच जिन मुद्दों पर सबसे ज्यादा नजरें हैं, उनमें टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा का मामला शामिल है. उन पर पैसे लेकर सवाल पूछने संबंधी आरोप लगे हैं. महुआ मोइत्रा को लेकर लोकसभा की एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट भी सदन में पेश किए जाने के लिए सूचीबद्ध है, लेकिन अभी तक इसे पेश नहीं किया गया है.


सूत्रों के मुताबिक, एथिक्स कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में कैश-फॉर-क्वेरी मामले में महुआ मोइत्रा को निचले सदन से निष्कासित करने की सिफारिश की है. इस बीच एथिक्स कमेटी की एक मेंबर और बीजेपी सांसद अपराजिता सारंगी का कहना है कि टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के कथित कैश-फॉर-क्वेरी मामले के संबंध में व्यापक रिपोर्ट सोमवार (4 दिसंबर) को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को सौंपी जा चुकी है. स्पीकर जब भी कहेंगे, रिपोर्ट पेश कर दी जाएगी.


लोकसभा अध्यक्ष के आदेश का इंतजार है- अपराजिता सारंगी


न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, महुआ मोइत्रा पर एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट को लेकर अपराजिता सारंगी ने मंगलवार (5 दिसंबर) को कहा, ''कमेटी पहले ही अपनी व्यापक रिपोर्ट लोकसभा अध्यक्ष को सौंप चुकी है और कल (4 दिसंबर) यह एजेंडे में शामिल थी लेकिन किसी कारण से इसे पेश नहीं किया जा सका. हम लोकसभा अध्यक्ष के आदेश का इंतजार कर रहे हैं. वह जब भी कहेंगे, इसे पेश कर दिया जाएगा.''


सारंगी ने कहा, ''एक बार यह पेश हो जाए तो हमें किसी भी तरह की चर्चा से कोई आपत्ति नहीं होगी. हम हमेशा किसी भी तरह की चर्चा के लिए तैयार हैं... मुझे लगता है कि रिपोर्ट बहुत व्यापक है और हर चीज को ध्यान में रखा जाना चाहिए, जिसमें दर्शन हीरानंदानी के हलफनामे की सामग्री भी शामिल है. इसलिए, मुझे लगता है कि अध्यक्ष को इस पर फैसला लेना है.''


क्या कहा महुआ मोइत्रा ने?


वहीं, टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन संसद में प्रवेश करने से पहले पत्रकारों से कहा, ''देखते हैं. यह लिस्ट ऑफ बिजनेस (कार्य सूची) में नहीं थी. मुझे नहीं पता कि वे इसे रखेंगे या नहीं. अगर वे ऐसा करते हैं तो उन्हें करने दीजिए.''


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोइत्रा के खिलाफ मामले के आरोपों की जांच करने वाली कमेटी कथित तौर पर 4 दिसंबर को संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन लोकसभा में अपनी रिपोर्ट रखने वाली थी. इस बीच सोमवार को बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने मोइत्रा पर कमेटी की रिपोर्ट सदन में पेश होने से पहले ही लीक कर दिया.


महुआ मोइत्रा पर 500 पन्नों की रिपोर्ट


बता दें कि निशिकांत दुबे की ओर से लगाए गए आरोपों की जांच करने वाली एथिक्स कमेटी ने 9 नवंबर को 500 पन्नों की रिपोर्ट को अपनाया था, सूत्रों के मुताबिक, इसमें मोइत्रा को अत्यधिक आपत्तिजनक, अनैतिक, जघन्य और आपराधिक आचरण के मद्देनजर लोकसभा से निष्कासित करने की सिफारिश की गई थी.


क्या है महुआ मोइत्रा पर आरोप?


गौरतलब है कि निशिकांत दुबे ने मोइत्रा के खिलाफ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर उन पर उपहार के बदले कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के इशारे पर लोकसभा में सवाल पूछने का आरोप लगाया था. बीएसपी सांसद दानिश अली और कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने रिपोर्ट का विरोध किया है.


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