नई दिल्लीः पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव का आज परिणाम आएगा. कोरोना काल में सरकार और चुनाव आयोग की ओर से जारी गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए वोटों की गिनती की जा रही है. विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार चुनाव परिणाम आने में देर हो सकती है. जिसका कारण है कोरोना गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए वोटों की गिनती. इसके अलावा कई और भी फैक्टर हैं जिसके कारण चुनाव परिणाम आने में देर हो सकती है.


परिणाम में देरी को लेकर वरिष्ठ पत्रकार दिवांग कहते हैं कि हर बार दो से तीन घंटे में ट्रेंड पता चल जाता था कि बहुमत की ओर कौन दल बढ़ रहा है लेकिन इस बार पांच से छह घंटे लग सकते हैं.


दिबांग के मुताबिक पांच बड़ी वजहें हैं जिसके कारण चुनाव परिणाम देर से आ सकते हैं. पहला कारण उन्होंने बताया कि कोरोना को ध्यान में रखते हुए पोस्टल बैलेट की संख्या बढ़ा दी गई है जिसकी गिनती करने में समय लगेगा. बता दें कि इस बार बुजुर्गों और दिव्यांगों को भी पोस्टल बैलेट के जरिए मतदान करने का अधिकार मिला था.


दिबांग के मुताबिक कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए इस बार बूथ की संख्या भी बढ़ा दी गई है. साथ ही ईवीएम मशीनों की भी संख्या बढ़ाई गई है. पिछले कई चुनावों के मुकाबले इस बार ईवीएम की संख्या करीब 30 फिसदी ज्यादा है.


पहले सामान्यतः करीब 14-15 राउंड में परिणाम आ जाते थे लेकिन इस बार 18 से 20 राउंड में वोटों की गिनती तय होगी. इस बार टेबल की संख्या को भी कम कर दिया गया है. पहले जहां 15 टेबल होते थे वहीं इस बार मात्र सात टेबल होंगे. सोशल डिस्टेंसिंग का भी ख्याल रखा जाएगा.