Viral Clip Fact Check: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर एक फोटो वायरल हो रहा है, जिसे बीबीसी तेलुगु की रिपोर्ट बताया जा रहा है. इस रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि आंध्र प्रदेश भारतीय जनता पार्टी प्रमुख डी पुरुंदेश्वरी कार्यकर्ताओं से तेलुगु देशम पार्टी (TDP) और जन सेना पार्टी (JSP) के घोषणापत्र को न मानने की बात कह रही हैं. TDP और JSP आंध्र प्रदेश में BJP के सहयोगी दल हैं. इस वायरल तस्वीर में दावा किया जा रहा है कि पुरंदेश्वरी देवी  ने कार्यकर्ताओं को सिर्फ BJP का राष्ट्रीय घोषणापत्र मानने के लिए ही कहा है.


बीबीसी तेलुगु के हवाले से जिस आर्टिकल के स्क्रीनशॉट को वायरल किया जा रहा है, उसमें पुरंदेश्वरी देवी कह रही हैं, 'चंद्रबाबू और पवन कल्याण के घोषणापत्र में ऐसे दावे किए गए हैं, जिन्हें पूरा नहीं किया जा सकता. ये चंद्रबाबू के पुराने चुनावी वादे हैं और वो लोगों को धोखा देकर सत्ता में आना चाहते हैं. हमारे कार्यकर्ताओं को सिर्फ बीजेपी के उसी घोषणापत्र को मानना चाहिए जो राष्ट्रीय स्तर पर जारी किया गया है.' चंद्रबाबू नायडू TDP प्रमुख हैं और पवन कल्याण JSP के अध्यक्ष हैं. इन दोनों ही दलों ने 30 अप्रैल को घोषणापत्र जारी किया था. ये वायरल तस्वीर विधानसभा और लोकसभा चुनाव के चंद दिनों पहले ही शेयर किया गया है. 13 मई को राज्य में चुनाव होने हैं.



हालांकि पुरंदेश्वरी ने ऐसा कोई दावा नहीं किया है. वायरल हो रहे बीबीसी तेलुगु न्यूज के स्क्रीनशॉट के साथ छेड़छाड़ की गई है.


फैक्ट चेक में क्या निकला?


पुरंदेश्वरी के इस दावे को लेकर जब न्यूज रिपोर्ट खंगाली गईं तो ऐसी एक भी खबर सामने नहीं आई. बीबीसी तेलुगु न्यूज को भी खंगाला गया तब भी ऐसी कोई खबर नहीं दिखी. जब वायरल हो रही तस्वीर को फैक्ट फाइंडिंग टीम ने गौर से देखा तो पता चला कि इसमें बीबीसी तेलुगु जैसी दिखने वाली टैम्पलेट का तो इस्तेमाल किया गया है, फिर भी इनमें काफी असमानता मिलीं. इस टैम्पलेट का  इस्तेमाल बीबीसी तेलुगु किसी राजनेता के बयान और उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स पर सवाल पूछने के लिए करता है, ताकि यूजर्स अपने ओपिनियन दे सकें. टैम्पलेट का नाम 'मीरेमंतारू' है, जिसका मतलब होता है 'आपका क्या कहना है.'


बीबीसी तेलुगु के असली टैम्पलेट में मीरेमंतारू शब्द आम तौर पर बाएं तरफ किया जाता है. हालांकि वायरल इमेज में ये टैम्पलेट के बीचों-बीच लिखा है. वायरल इमेज का फॉन्ट भी उस फॉन्ट से अलग है, जिसका इस्तेमाल बीबीसी तेलुगु करता है. बीबीसी तेलुगु का लोगो भी वायरल इमेज की तुलना असली टैम्पलेट में काफी ब्राइट होता है.



बीबीसी तेलुगु ने भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर भी ये साफ किया (आर्काइव लिंक यहां) कि वायरल इमेज फर्जी है. उन्होंने लिखा, 'ये खबर बीबीसी ने पब्लिश नहीं की है. ये फर्जी खबर है.'



TDP और JSP के घोषणा पत्र का क्या है विवाद?


एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक TDP और JSP ने मिलकर जो घोषणापत्र जारी किया है, उसपर चंद्रबाबू नायडू और पवन कल्याण की तस्वीरें हैं, लेकिन तीसरे सहयोगी दल BJP से किसी की भी तस्वीर उसपर नहीं है. 


द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में भी कहा गया है कि जब TDP और JSP ने 30 अप्रैल को घोषणापत्र जारी किया तब BJP आंध्र प्रदेश के प्रभारी सिद्धार्थ नाथ सिंह ने चंद्रबाबू नायडू और पवन कल्याण के साथ घोषणापत्र पकड़कर फोटो खिंचवाने से इनकार कर दिया. इसके बाद से ये कयास लगाए जाने लगे कि BJP खुद को आंध्र प्रदेश के अपने सहयोगियों के घोषणापत्र से दूर कर रही है. बहालांकि सिंद्धार्थ नाथ सिंह ने मीडिया से कहा, भ्रमित न हों. TDP-JSP और BJP गठबंधन में हैं. TDP और JSP ने घोषणापत्र जारी किया है और हम उसके समर्थन के लिए यहां मौजूद हैं. 


इस रिपोर्ट में ये भी बताया गया कि नायडू ने मीडिया को बताया है कि BJP ने राष्ट्रीय स्तर पर अपना घोषणाप्तर जारी किया है और राज्य के घोषणापत्र में सुझाव दिए हैं, जिनको जोड़ा गया है. बाद में BJP के राष्ट्रीय महासचिव और आंध्र प्रदेश को-ऑर्डिनेटर अरुण सिंह ने TDP और JSP के घोषणापत्र को एक्स पर पोस्ट किया.(यहां देखें आर्काइव)


फैक्ट चेक का नतीजा क्या निकला?


बीबीसी तेलुगु की न्यूज रिपोर्ट के साथ छेड़छाड़ करते हुए ये दावा किया गया है कि आंध्र प्रदेश बीजेपी प्रमुख डी पुरंदेश्वरी ने BJP कार्यकर्ताओं को सिर्फ पार्टी द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर जारी किए गए घोषणापत्र को मानने के लिए ही कहा है. हालांकि उन्होने ऐसा कोई दावा नहीं किया है और वायरल हो रही तस्वीर फर्जी है. ऐसे में इस दावे को फेक न्यूज करार दिया जाता है.


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Disclaimer: This story was originally published by Logically Facts and republished by ABP Live Hindi as part of the Shakti Collective.