Delhi Crime News: दिल्ली के मोहन गार्डन के नवादा हाउसिंग कंपलेक्स (Nawada Housing Complex) के एक फ्लैट में एक शख्स ने झगड़े के दौरान पत्नी को चाकू गोदकर मार डाला. हैरान करने वाली बात ये है कि इस पूरी वारदात को इस शख्स ने अपनी 9 साल की बेटी के सामने ही अंजाम दिया. आरोपी संजय पंडिता एक सरकारी स्कूल में टीचर है. ये घटना शुक्रवार 30 सितंबर की शाम की है. इस हत्या के बाद से ही इलाके के लोग सहमे हुए हैं. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. 


क्या है मामला


द्वारका के डीसीपी एम हर्षवर्धन ने बताया कि ये घटना शुक्रवार शाम लगभग 6:30 बजे की है. पुलिस को सूचना मिली थी कि पति-पत्नी के बीच झगड़ा हुआ है और पत्नी गंभीर रूप से घायल है. उन्होंने बताया कि पुलिस जब नवादा हाउसिंग कॉम्प्लेक्स पहुंची तो महिला की मौत हो चुकी थी. 


पुलिस को वहां जाने पर घर में इस दंपत्ति की 9 साल की बेटी अकेली मिली. बच्ची ने पुलिस को बताया कि मम्मी-पापा का झगड़ा हुआ था और इसी झगड़े में पापा ने चाकू से मम्मी को मार दिया. आरोपी शिक्षक संजय पंडिता पत्नी नीरा पंडिता की हत्या के बाद फरार हो गया था. पुलिस ने नीरा के शव को पोस्टमार्टम के लिए सुरक्षित रखदिया था.  बच्ची को उसके रिश्तेदार अपने साथ ले गए हैं. 


द्वारका मोड़ पर पकड़ा गया


पुलिस फरार होने के बाद से ही आरोपी संजय पंडिता की तलाश कर रही थी, हालांकि बाद में वो पुलिस के हत्थे चढ़ गया.  डीएसपी एम हर्षवर्धन ने बताया कि आरोपी संजय पंडिता को द्वारका मोड़ इलाके से पकड़ा लिया गया है. हत्या की वजह जानने के लिए आरोपी से पूछताछ की जा रही है. पुलिस ये जानने की कोशिश कर रही है कि शुक्रवार 30 सितंबर शाम को दोनों के बीच झगड़ा इतना कैसे बढ़ गया कि संजय ने पत्नी नीरा की चाकू गोदकर हत्या कर दी. अभी तक की जांच में पता चला है कि पति-पत्नी के बीच रिश्ते अच्छे  नहीं थे.


बात करने से डर रहे लोग


हत्या की ये वारदात नवादा हाउसिंग काम्प्लेक्स के प्लॉट नंबर डी-157 में सेकंड फ्लोर पर बने फ्लैट में हुई. पुलिस का कहना है कि संजय पंडिता अपने परिवार के साथ पिछले 5 साल से इस फ्लैट में रह रहा था. आस-पड़ोस के लोग फिलहाल इस विषय पर कोई बात नहीं करना चाह रहे हैं.  पुलिस का कहना है कि फ्लैट को लॉक कर दिया गया है. पुलिस के मुताबित बच्ची इस हालत में नहीं थी, उससे तफ्सील से पूछताछ की जाए.  इस बिल्डिंग में रहने वाले लोग बात करने से कतरा रहे हैं. अधिकतर लोग ने डोर बेल बजाने पर भी दरवाजा खोलने नहीं आ रहे हैं.


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