Arvind Kejariwal: दिल्ली (Delhi) के सरकारी स्कूलों (Government Schools) में हैप्पीनेस उत्सव (Happiness Utsav) कार्यक्रम का आज आखिरी दिन था. इस दिन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejariwal) भी मौजूद रहे. कार्यक्रम के समापन के मौके पर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं शाम को कोशिश करता हूं कि मीटिंग्स खत्म होने के बाद पेरेंट्स (Parents) के साथ आधा, एक घंटा बिताऊं. वो सिस्टर शिवानी का कार्यक्रम देखते हैं और मुझे भी कहते हैं देखने को.


इस कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि हैप्पीनेस क्लास चलाते हुए 4 साल पूरे हो गए हैं. शुरू में जब हमारी सरकार बनी थी तब सरकारी स्कूलों की खराब हालत थी. सबसे पहले इंफ्रास्ट्रक्चर को ठीक किया गया. सिक्योरिटी ठीक की, पीने का पानी उपलब्ध कराया. हम शिक्षा पर 90 हजार करोड़ रुपए खर्च कर चुके हैं. ये खर्चा नहीं, इन्वेस्टमेंट है. पिछले साल 99.7 नतीजे आए 12वीं के बच्चों को जो इतिहास है आज तक का.


इन तीन चीजें बच्चों को सिखानी हैं


अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejariwal) ने कहा कि बच्चों को 3 चीज़ों के लिए तैयार करना है. पहला, उनको अच्छा इंसान (Human Being) बनाना है. दूसरा, कट्टर देश भक्त होना चाहिए और तीसरा, शिक्षा (Education) के बाद वो अपना पेट पालने लायक होना चाहिए. इन तीनों चीजों को ध्यान में रख कर हैप्पीनेस क्लास (Happiness Clases) का करिकुलम बनाया गया. उन्होंने कहा कि बच्चा अंदर से खुश होगा तो अच्छा इंसान भी बनेगा. 


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