India prepares for covid-19: दुनिया के कई देशों में कोरोना महामारी (Covid pandemic) से हाहाकर मच गया है. भारत में भी कोरोना मामलों में संभावित उछाल की आशंकाओं के बीच सरकार ने कई कदम उठाए हैं. देश भर के अस्पतालों में कोविड मॉक ड्रिल (Mock drills) चल रही है. इसे महामारी की एक और लहर से निपटने के प्रयासों के तौर पर देखा जा रहा है.


भले ही देश में अभी कोरोनावायरस (covid-19) का संक्रमण कम हो, लेकिन सरकार ने सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं. देश के अंतर्राष्‍ट्रीय हवाई अड्डों पर एहतियाती कदम बढ़ा दिए हैं, इसके अलावा रैंडम कोविड टेस्‍ट किए जा रहे हैं और निगेटिव रिपोर्ट आए बिना विदेशों से यात्रा करने वालों को प्रतिबंधित किया जा रहा है. यानी किसी में कोरोना के लक्षण मिले तो उसे एयरपोर्ट के अस्‍पतालों में ही रोक लिया जाएगा.


बहरहाल, बहुत से लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि क्‍या मॉक ड्रिल देश को कोरोना से निपटने में मददगार होगी? क्‍या महामारी फैलने की स्थिति में यह हमें नए सिरे से तैयार कर सकती है? आइए यहां बताई गई बातों से यह सब समझने की कोशिश करते हैं...


भारत में कोरोना और उससे निपटने के प्रयास: 


कोविड-19 मामलों में उछाल आने की स्थिति में स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारी का आकलन करने के लिए राज्यों के अस्पतालों ने मॉक ड्रिल का आयोजन किया. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और उनके राज्य-स्तरीय सहयोगियों ने कुछ सबसे बड़े अस्पतालों का दौरा किया, जहां बिस्तर की उपलब्धता, दवाओं और वेंटिलेटर जैसे उपकरणों के स्टॉक का जायजा लिया गया और मानव संसाधनों की भी समीक्षा की गई.


कोरोना से निपटने के लिए मॉक ड्रिल 


स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री मंडाविया, जिन्होंने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल का दौरा किया और दुनिया भर में बढ़ते कोविड संक्रमणों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत भी मामलों में "बढ़ोतरी" देखी जा सकती है. उन्होंने अस्पताल के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "यह जरूरी है कि उपकरण, प्रक्रियाओं और मानव संसाधन के मामले में संपूर्ण कोविड बुनियादी ढांचा परिचालन तत्परता की स्थिति में हो."


कोरोना संक्रमण के सक्रिय मामले 3,468 हुए


पिछले कुछ दिनों में, केंद्र और राज्य के मंत्रालयों ने स्वास्थ्य सुविधाओं की कोविड तैयारियों पर ध्यान देने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कई उच्च स्तरीय बैठकें की हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में भारत में सक्रिय कोरोना मामले 3,468 थे, जिसमें 188 नए संक्रमण एक दिन में दर्ज किए गए.


विदेशों से आए 39 यात्री कोरोना संक्रमित मिले


देश में पिछले तीन दिनों में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर रैंडम टेस्‍ट के दौरान, विदेशों से आए 39 यात्रियों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया. अधिकारियों ने बताया कि 24 दिसंबर से 498 अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स हुईं, जिनसे आए यात्रियों में से 1,780 के सैंपल लिए गए थे और उन्‍हीं में से 39 यात्रियों में वायरल बीमारी की पुष्टि हुई. 


18+ नागरिकों के लिए बूस्टर डोज को मंजूरी


वैक्सीन के मोर्चे पर, केंद्र सरकार ने 18+ नागरिकों के लिए बूस्टर डोज के रूप में भारत बायोटेक के इंट्रानेजल वैक्सीन iNCOVACC® को मंजूरी दी है, जो निजी स्वास्थ्य केंद्रों पर 800 रुपये और सरकारी अस्पतालों में 325 रुपये की कीमत पर उपलब्ध होगी. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि जिन लोगों ने कोविशील्ड और कोवाक्सिन ले लिया है, वे नाक के टीके को बूस्टर खुराक के रूप में ले सकते हैं.


मास्क पहनने और सोशल डिस्‍टेंस बनाए रखने का आग्रह


केंद्र सरकार ने लोगों से सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क पहनने और फिर से सोशल डिस्‍टेंसिंग बनाए रखने का आग्रह किया है. क्रिसमस और नए साल के उत्सव के बीच सिनेमा थिएटर और शैक्षणिक संस्थानों में मास्क और दोहरे वैक्‍सीनेशन प्रमाणपत्र के उपयोग को अनिवार्य करने वाली कर्नाटक सरकार, देश में पहली राज्‍य सरकार थी. जहां अधिकारियों ने एक और संभावित महामारी लहर के मद्देनजर उससे निपटने की तैयारियों के प्रयासों को आगे बढ़ाया है.


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