Arvind Kejriwal On Coronavirus: कोरोना की स्थिति को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को अपने आवास पर आपात बैठक की. बैठक के बाद मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में ओमिक्रोन के सब वेरिएंट BF.7 का एक भी केस नहीं है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में 92 प्रतिशत केस XBB वेरिएंट के हैं.


मुख्यमंत्री ने कहा, "चीन और कई अन्य देशों में कोविड के मामले बढ़ रहे हैं. इसका BF.7 वेरिएंट है. हमारे पास दिल्ली में उस वेरिएंट का एक भी मामला नहीं है, इसलिए चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. हम जीनोम सीक्वेंसिंग कर रहे हैं. अभी दिल्ली में XBB वेरिएंट के मामले आ रहे हैं." 


उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है. अगर कोरोना फैलता है तो हम पूरी तरह से तैयार हैं. सीएम केजरीवाल ने कहा कि केंद्र के दिशा-निर्देशों के मुताबिक, सभी मामलों की की जीनोम सीक्वेंसिंग हो रही है. उन्होंने आगे कहा, "अगर आवश्यकता होगी तो हम लोग दिल्ली में प्रतिदिन 1 लाख टेस्ट करेंगे."


'हमारे पास 8 हजार बेड हैं'


मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में पहला डोज और दूसरा डोज लगभग 100% लोगों ने लगवाया है. उन्होंने कहा, "हमारे पास दिल्ली में कोविड के लिए 8,000 बिस्तर हैं. अब हमारा लक्ष्य कोविड से संबंधित 36,000 बेड तैयार करने का है. दिल्ली में हमारे पास 928 मिलियन टन ऑक्सीजन की भंडारण क्षमता है."


'केवल 24% लोगों ने ली एहतियाती खुराक'


मुख्यमंत्री ने आगे कहा, "केवल 24% लोगों ने एहतियाती खुराक ली है, हम लोगों से एहतियाती खुराक लेने का अनुरोध करते हैं. हमारे पास 380 एंबुलेंस हैं, हमने और एंबुलेंस खरीदने के आदेश दिए हैं. हम केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं, जब भी वह आदेश देगी हम लागू करेंगे."


अलर्ट पर केंद्र सरकार


गौरतलब है कि चीन में कोरोना से हाहाकार मचा हुआ है. यही कारण है कि भारत सरकार भी अलर्ट मोड पर आ चुकी है. भारत सरकार ने अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डों पर रैंडम कोरोना जांच शुरू कर दी है. इसी के साथ चीन से आने वाले यात्रियों की भी जांच की जा रही है. चीन से आने हर व्यक्ति की जांच एयरपोर्ट पर की ही जाएगी. 


गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने राज्यसभा में बताया कि हम वैश्विक कोविड स्थिति पर नजर रख रहे हैं और उसी के अनुसार कदम उठा रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोविड-19 के नए प्रकार की समय पर पहचान करने के लिए राज्यों को जीनोम-सीक्वेंसिंग बढ़ाने की सलाह दी गई है.


ये भी पढ़ें- Covid-19: 'बंगाल में घबराने की जरूरत नहीं, लेकिन...', गंगासागर मेले का जिक्र करते हुए कोरोना पर बोलीं CM ममता बनर्जी