Coronavirus in India: चीन में एक बार फिर कोरोना की बेकाबू स्थिति और दूसरे देशों में इसके बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत में भी केंद्र सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है. सरकार ने जहां एक दिन पहले मीटिंग करके लोगों से जरूरी कोरोना गाइडलाइंस का पालन करने की अपील की थी और आगे की रणनीति के लिए राज्य सरकारों को भी कहा था, वहीं दूसरी तरफ अब इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने भी देश के नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है. 


गुरुवार (22 दिसंबर) देर रात जारी इस एडवाइजरी में लोगों से सार्वजनिक समारोहों जैसे विवाह, राजनीतिक या सामाजिक बैठकों के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय यात्रा से बचने की सलाह दी गई है. लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने, मास्क और सैनिटाइजर का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने की भी अपील की गई है.


हवाई अड्डों पर भी रैंडम टेस्टिंग की तैयारी


बता दें कि स्थिति से निपटने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय को एक चिट्ठी लिखी है. इसमें मंत्रालय को रैंडम टेस्टिंग के लिए कुछ दिशा निर्देश दिए गए हैं. स्वास्थ्य सचिव ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय को दिशानिर्देश जारी करते हुए कहा है कि यह सुनिश्चित करना है कि एक फ्लाइट में कुल यात्रियों के 2 प्रतिशत लोगों के रैंडम सैम्पल कोविड की जांच के लिए जाएं. एयरलाइंस ऐसे यात्रियों की पहचान करेगी जिनका सैंपल लेने के बाद एयरपोर्ट से जाने दिया जा रहा है. पॉजिटिव सैंपल टेस्टिंग वाले नमूनों को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा.


72 घंटे पहले की रिपोर्ट भी हो सकती है अनिवार्य


इन सबके अलावा, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय विदेश यात्रा से 72 घंटे पहले की गई आरटी-पीसीआर(RTPCR) जांच के विवरण या चीन और अन्य देशों से आने वाले यात्रियों के लिए पूर्ण टीकाकरण प्रमाण की जानकारी देने संबंधी ‘एयर सुविधा’ फॉर्म को फिर से अनिवार्य करने पर विचार कर रहा है. सूत्रों के मुताबिक, कुछ हफ्ते तक स्थिति पर नजर रखने के बाद केंद्र सरकार की तरफ से इस पर फैसला लिया जाएगा. 


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