भोपाल: कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के तालाब किनारे बने कॉलेज में नगर निगम दस्ते ने अतिक्रमण हटाने की करवाई की है. क़रीब बारह हजार सकवेयर फीट पर बने अस्थाई निर्माण को गिराया गया. मुख्य भवन  पर २००५ से हाईकोर्ट का स्टे लगा हुआ है. वहीं, समर्थकों ने मीडिया के सामने हंगामा किया.


दरअसल, विधायक पर आरोप है कि उनके इकबाल मैदान पर आयोजित प्रदर्शन के फलस्वरूप धार्मिक भावनाएं आहत हुई है. जिसके बाद उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. शिकायत में कहा गया है कि इकबाल मैदान मे विधायक आरिफ मसूद ने भीड़ को एकत्रित कर फ्रांस के राष्ट्पति का पुतला व झंडे को जलाया. इस दौरान ऐसे भाषण दिया गया की फ्रांस के उक्त कृत्य का केंद्र व राज्य में बैठी हिन्दूवादी सरकार के मंत्री भी समर्थन कर रहे हैं.


फ्रांस के कृत्य का विरोध नहीं किया तो ईंट से ईंट बजा देंगे


हम फ्रांस की सरकार के साथ-साथ हिंदुस्तान की सरकार को भी चेतावनी दे रहे है कि यदि सरकार ने फ्रांस के कृत्य का विरोध नहीं किया तो हिंदुस्तान में ईंट से ईंट बजा देंगे. उम्दी भीड़ व विधायक मसूद के ऐसे कृत्यों से हिन्दू जनमानस में भय के साथ अत्यंत आक्रोश व्याप्त है साथ ही फ्रांस और भारत के संबंधों मैं गलत प्रभाव पड़ने की अशंका है उक्त कृत्य से मूलतः निम्न लोग ज्यादा प्रभावी रहे हैं.


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