Lakhimpur Kheri Violence: कांग्रेस नेता और राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को भी बुधवार को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ लखीमपुर खीरी जाना था. लेकिन पायलट को लखीमपुर खीरी जाते समय पुलिस ने मुरादाबाद में हिरासत में ले लिया. उनके साथ कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम को भी हिरासत में लिया गया और उन्हें मुरादाबाद के एक गेस्टहाउस में रखा गया.


सचिन पायलट ने ट्वीट कर कहा, 'लखीमपुर खीरी जाते समय मुझे और आचार्य प्रमोद कृष्णम जी को उत्तर प्रदेश प्रशासन द्वारा मुरादाबाद में रोक दिया गया है. लोकतंत्र और संवैधानिक मूल्यों को कुचलकर उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार ने देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को आहत किया है. सत्याग्रह की राह पर चलकर हम न्याय की आवाज उठाते रहेंगे.'



पायलट के काफिले को दो बार और रोका गया
सचिन बुधवार को दिल्ली से प्रियंका गांधी के नजदीकी माने जाने वाले आचार्य प्रमोद कृष्णम के साथ लखीमपुर खीरी सड़क मार्ग से जा रहे थे. सुबह करीब 11 बजे दिल्ली से रवाना हुए सचिन शाम करीब 9:30 बजे तक उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद ही पहुंच पाए थे. इससे पहले, लखीमपुर खीरी जा रहे सचिन पायलट के काफिले को दो बार और रोका गया. दोनों नेता दिल्ली से गाजीपुर यूपी गेट बॉर्डर की तरफ से होते हुए आगे बढ़े, लेकिन गाजीपुर बॉर्डर पर रोक लिया गया, सिर्फ 4 लोगों को एक गाड़ी में जाने की अनुमति मिली. दरअसल, प्रमोद कृष्णम और सचिन पायलट के काफिले के कारण नेशनल हाईवे-9 पर कई किलोमीटर लंबा जाम लगा रहा. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गाजीपुर बॉर्डर पर दोनों नेताओं का जोरदार स्वागत किया.


प्रियंका गांधी को भी लखीमपुर खीरी जाते हुए सोमवार सुबह हिरासत में लिया गया था और इसके बाद से उनको सीतापुर के पीएसी परिसर में पुलिस अभिरक्षा में रखा गया था. राहुल गांधी बुधवार को सीतापुर पहुंचे और उनकी अगुवाई में कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने लखीमपुर खीरी जाकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात की.


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