लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में 3 अक्टूबर को हुई हिंसा के बाद से घमासान मचा हुआ है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात की. बुधवार देर रात दोनों नेता मृतक पत्रकार रमन कश्यप के घर पहुंचे और परिवार से मिलकर शोक व्यक्त किया. उनके साथ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी भी मौजूद रहे.


मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, "अपनों को अमानवीय क्रूरता के हाथों खोने वाले ये परिवार क्या चाहते हैं? न्याय- दोषियों को तुरंत गिरफ़्तार किया जाए और मिनिस्टर को पद से हटाया जाए. और अब न्याय करना होगा!"



इसके बाद कांग्रेस नेताओं ने सरदार नच्छतर सिंह के परिवारजनों से मुलाकात की. राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, "शहीद सरदार नच्छतर सिंह के परिवारजनों से मिला, शोक संवेदनाएं व्यक्त की. लखीमपुर नरसंहार के इन पीड़ित परिवारों ने दोहरी क्षति झेली है. अपनों को खोने का दुख तो है ही साथ में सरकार भी लगातार वार कर रही है. लेकिन क्रूरता की इस रात की सुबह जरूर होगी."



इससे पहले राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने लखीमपुरी खीरी हिंसा में जान गंवाने वाले किसान लवप्रीत के परिजनों से मुलाकात की थी. उन्होंने परिवार से मिलकर उनका दुख बांटा. इस मुलाकात का फोटो ट्वीट करते हुए राहुल गांधी ने कहा, "शहीद लवप्रीत के परिवार से मिलकर दुख बांटा लेकिन जब तक न्याय नहीं मिलेगा, तब तक ये सत्याग्रह चलता रहेगा. तुम्हारा बलिदान भूलेंगे नहीं, लवप्रीत."



इस दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका ने कहा कि हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों से मुलाकात की और उन्होंने एक ही बात कही कि उन्हें मुआवजे की कोई परवाह नहीं है. उन्हें न्याय चाहिए. न्याय तब तक नहीं मिल सकता, जब तक मंत्री (गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा) इस्तीफा नहीं देंगे, क्योंकि उनके होते हुये निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती. वह गृह राज्य मंत्री हैं.


आज भी मृतक किसान परिवार से मिलेंगे कांग्रेस नेता
कांग्रेस नेताओं का प्रतिनिधिमंडल देर रात हिंसा का शिकार हुए एक अन्य किसान नच्छतर सिंह के धौरहरा स्थित घर पहुंचा. इसके बाद प्रियंका गांधी ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने कुछ पीड़ितों के परिवारों से बुधवार को मुलाकात की और बाकी से गुरुवार को मुलाकात करेगा.


अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के लखीमपुर दौरे से पहले किसानों के प्रदर्शन के दौरान तीन अक्टूबर को भड़की हिंसा में आठ लोग मारे गए थे. आरोप है कि घटना में एक एसयूवी ने चार किसानों को कुचल दिया जो तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. बाद में गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर बीजेपी के दो कार्यकर्ताओं और एक चालक को पीट-पीटकर मार डाला जबकि हिंसा के दौरान एक स्थानीय पत्रकार की भी जान चली गई. इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा और अन्य के खिलाफ हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है. हालांकि, अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.


ये भी पढ़ें-
लखीमपुर खीरी मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया, आज चीफ जस्टिस की अध्यक्षता वाली बेंच करेगी सुनवाई


आज अखिलेश यादव और सतीश मिश्रा जाएंगे लखीमपुर खीरी, सिद्धू और हरीश रावत की हजारों गाड़ी ले जाने की योजना