Chhath Puja 2021: हर साल पूरे देश मे छठ का पर्व (Chhath Puja) धूमधाम से मनाया जाता है. लेकिन कोरोना का असर छठ पर्व पर भी पड़ा है और अब राजधानी दिल्ली (Delhi) में छठ के आयोजन को लेकर सियासत तेज़ हो गई है. पिछली बार कोरोना के चलते दिल्ली में सार्वजनिक जगहों पर छठ पर्व का आयोजन नहीं किया गया था. इस साल भी दिल्ली डिज़ास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (DDMA) ने कोरोना (Coronavirus) के मद्देनजर आदेश जारी कर सार्वजनिक जगहों पर छठ पर्व के आयोजन पर रोक लगा दी है. अब इसे लेकर दिल्ली बीजेपी और आम आदमी पार्टी शासित दिल्ली सरकार में आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है.


अनुमति नहीं मिली तो भी छठ का आयोजन किया जाएगा- BJP


दरअसल दिल्ली बीजेपी ने छठ आयोजन की मनाही का विरोध करते हुए दिल्ली सरकार को चेतावनी दी थी कि अगर अनुमति नहीं मिली तो उसके बावजूद छठ पर्व का आयोजन किया जाएगा. बीजेपी की दलील है कि अगर पूरी दिल्ली को अनलॉक किया जा सकता है और सभी तरह की एक्टिविटी को अनुमति दे दी गई है तो छठ के आयोजन पर मनाही किस बात को लेकर है. इसे लेकर दिल्ली बीजेपी ने मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास पर विरोध प्रदर्शन भी किया जिसमें बीजेपी सांसद मनोज तिवारी चोटिल हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. दिल्ली बीजेपी ने दिल्ली सरकार के इस फैसले को पूर्वांचलियों का अपमान बताया है.


दिल्ली सरकार ने केंद्र सरकार के पाले में डाली गेंद


अब इस पर पलटवार करते हुए दिल्ली सरकार ने गेंद केंद्र सरकार के पाले में डाल दी है. दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने छठ पूजा आयोजन को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया को पत्र लिखा है. पत्र में मनीष सिसोदिया ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से छठ पर्व मनाने को लेकर दिशा-निर्देश जारी करने की अपील की है. मनीष सिसोदिया ने लिखा है कि छठ पूजा उत्तर भारत के अधिकांश राज्यों में मनाए जाने वाला बहुत ही शुभ ऐतिहासिक एवं सामाजिक-सांस्कृतिक त्योहार है. विशेषकर पूर्वांचल के लोग बड़ी श्रद्धा और तपस्या के साथ इस पर्व को मनाते हैं. दिल्ली में भी यह पर्व हर वर्ष बेहद निष्ठा के साथ मनाया जाता है. इस वर्ष भी पूर्वांचल के लोग अपने परिवार और प्रियजनों के साथ छठ पर्व मनाने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.


पत्र में मनीष सिसोदिया ने क्या लिखा है?


पत्र में मनीष सिसोदिया ने आगे लिखा है कि आप जानते हैं कि पिछले 18 महीनों से दिल्ली के साथ पूरे राष्ट्र ने कोविड महामारी से उत्पन्न स्थिति का अभूतपूर्व रूप से सामना किया है. पिछले साल भी कोविड-19 महामारी के खतरे को देखते हुए भारत सरकार के निर्देशों के अनुसार ही पूरे देश में छठ पर्व मनाने से संबंधित निर्णय लिए गए थे. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से अपील करते हुए मनीष सिसोदिया ने लिखा है कि भारत सरकार जल्द से जल्द स्वास्थ्य विशेषज्ञों और अन्य संबंधित लोगों से परामर्श कर छठ पर्व मनाने के संबंध में इस वर्ष के लिए भी दिशा निर्देश जारी करे. जिससे उत्तर भारत के सभी श्रद्धालु छठ पर्व को अपनी श्रद्धा, निष्ठा व सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मना सके.


छठ पर्व खासतौर पर बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में लाखों लोगों द्वारा मनाया जाता है. हालांकि पूरे देश मे इस त्योहार की रौनक देखने को मिलती है. चार दिन तक चलने वाले छठ महापर्व के पहले दिन नहाय खाय के साथ पर्व की शुरुआत होती है, दूसरे दिन खरना होता है, फिर तीसरे दिन ढलते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है और चौथे दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ पर्व की समाप्ति होती है.



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