Coal Crisis: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को बिजली मंत्री आर के सिंह और कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी के साथ बैठक की  बैठक में दोनों मंत्रियों ने प्रधानमंत्री को कोयले की आपूर्ति की ताज़ा स्थिति के बारे में जानकारी दी. सूत्रों के मुताबिक़, प्रधानमंत्री ने संकट की स्थिति से निपटने को लेकर किए जा रहे उपायों और आगे की कार्ययोजना की समीक्षा की. दोनों मंत्रियों ने पीएम मोदी को बताया कि देश में कोयले की कोई कमी नहीं है और आने वाले दिनों में हालात सुधरने की उम्मीद है. 


प्रधानमंत्री के साथ दोनों मंत्रियों की बैठक से पहले कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने दोनों मंत्रालय के सचिवों के साथ बैठक की. बैठक में बिजली मंत्रालय के सचिव आलोक कुमार और कोयला मंत्रालय के सचिव अनिल कुमार जैन ने कैबिनेट सचिव के साथ बैठक में कोयला की उपलब्धता और बिजली के ताज़ा हालात पर एक प्रेजेंटेशन दिया. प्रेजेंटेशन में दोनों सचिवों ने बताया कि कोयले की कोई कमी नहीं है लिहाज़ा 7-10 दिनों में बिजली उत्पादन संयंत्रों को कोयले की आपूर्ति सामान्य होने लगेगी . 


प्रेजेंटेशन में ये भी बताया गया कि पिछले दो दिनों से विद्युत संयंत्रों को 19.20 लाख टन कोयले की आपूर्ति की गई है जबकि मांग 18.70 लाख टन रहा है. बैठक के बाद कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि बिजली मंत्रालय की ओर से 21 अक्टूबर से प्रतिदिन 20 लाख टन कोयले की मांग रखी गई. उन्होंने कहा कि बिजली मंत्रालय की मांग के मुताबिक़ ही कोयला मुहैया करवाया जाएगा और अगले 15 - 20 दिनों में संयंत्रों के पास मौजूद कोयले की रिजर्व स्टॉक में बढोत्तरी होने लगेगी . 


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