Asaduddin Owaisi on Lok Sabha Elections: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने आगामी लोकसभा चुनावों से पहले बड़ा ऐलान किया है. असदुद्दीन ओवैसी ने ऐलान किया है कि उनकी पार्टी महाराष्ट्र में 4 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी. उन्होंने इस बात की घोषणा रविवार (19 फरवरी, 2024) को सूबे के अकोला में किया. वह इस दौरान एक विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे. 


अपनी इस जनसभा में ओवैसी ने न सिर्फ बीजेपी, बल्कि कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना (उद्धव गुट) पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने कांग्रेस और शिवसेना गठबंधन पर सवाल उठाए. ओवैसी ने उद्धव ठाकरे के उस बयान की भी निंदा की जिसमें उन्होंने बाबरी मस्जिद के गिरने पर खुशी की बात कही थी.


इन सीटों पर उम्मीदवार उतारने की तैयारी


ओवैसी के ऐलान के बाद चर्चा है कि एआईएमआईएम महाराष्ट्र की धुले, नांदेड़, भिवंडी और छत्रपति संभाजीनगर सीट पर अपने उम्मीदवार उतार सकती है. इसमें से छत्रपति संभाजीनगर सीट (पहले औरंगाबाद) पर अभी AIMIM का ही कब्जा है. 2019 लोकसभा चुनाव में इस सीट पर पार्टी के इम्तियाज जलील ने जीत दर्ज की थी. इससे पहले भी एआईएमआईएम इस बात के संकेत दे चुकी है कि पार्टी 2024 लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की चार या पांच सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकती है. 5 फरवरी 2024 को एआईएमआईएम की महाराष्ट्र इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. अब्दुल गफ्फार कादरी ने कहा था कि उनकी पार्टी महाराष्ट्र में पांच सीटों पर ताल ठोक सकती है.


महाराष्ट्र पर इसलिए है सबका फोकस


दरअसल, महाराष्ट्र में लोकसभा की 48 सीटें हैं. सीटों के मामले में यहा संख्या यूपी की 80 सीटों के बाद सबसे ज्यादा है. 2019 में हुए लोकसभा चुनाव की बात करें तो यहां बीजेपी और शिवसेना गठबंधन ने सबसे ज्यादा सीटें जीती थीं. तब इन दोनों को 41 सीटों पर जीत मिली थी. इसमें से 23 पर बीजेपी जीती थी, जबकि 18 सीटों पर शिवसेना ने जीत दर्ज की थी. हालांकि बाद में दोनों दल अलग हो गए. यूपीए गठबंधन को 2019 में सिर्फ 2 सीटों पर जीत मिली थी. एक सीट एआईएमआईएम के हिस्से में तो एक सीट निर्दलीय के खाते में आई थी.


मुस्लिम वोटर कई सीटों पर निर्णायक भूमिका में


महाराष्ट्र की राजनीति में मुस्लिम वोट बैंक काफी अहम है. यहां कई ऐसी सीटें हैं जहां पर सीधे मुस्लिम वोटर जीत-हार में निर्णायक भूमिका निभाते हैं. महाराष्ट्र में मुस्लिम आबादी 11.24 करोड़ है. उत्तरी कोंकणकों, खानदेश, मराठवाड़ा, छत्रपति संभाजीनगर और पश्चिमी विदर्भ कुछ ऐसे क्षेत्र हैं, जहां पर मुस्लिम वोट नतीजे बदल सकते हैं. अभी तक यह वोटर कांग्रेस और एनसीपी के साथ ही जाते रहे हैं, लेकिन एआईएमआईएम की उपस्थिति गेम पलट सकती है.


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