पटना: पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव को घेरने के लिए नीतीश कुमार ने बड़ा सियासी दांव चला है. राघोपुर से RJD के टिकट पर तीन बार के विधायक रहे भोला राय आज JDU में शामिल हो गये. JDU कार्यालय में पार्टी में शामिल कराते हुए सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि आरजेडी परिवार में किसी भी बड़े नेता का सम्मान नहीं होता है. लालू परिवार के लिए अपनी सीटिंग सीट छोड़ने वाले भोला राय को पार्टी ने दरकिनार कर दिया. भोला राय वही शख्स हैं, जिन्होंने लालू-राबड़ी को जीत तो दिलाई ही साथ ही बेटे तेजस्वी को भी डिप्टी सीएम बनवाने में मदद की.


इतना ही नहीं ललन सिंह ने आरजेडी के वरिष्ठ नेता रहे रघुवंश प्रसाद सिंह के बहाने भी लालू परिवार को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि 32 साल तक लालू यादव के पीछे रहकर राजनीति करने वाले रघुवंश बाबू का RJD ने कोई सम्मान नहीं दिया. उन्होंने इशारों-इशारों में कहा कि रघुवंश बाबू का यह हश्र किसके लिए किया गया, ये सबलोग जानते हैं.


इस दौरान JDU सांसद ने कहा कि आरजेडी परिवार में टिकट वितरण लेन-देन के आधार पर होता है. ललन सिंह ने रघुवंश प्रसाद सिंह का जेडीयू में स्वागत किया और कहा कि अगर वो हमारी पार्टी में शामिल होते हैं तो हम उनका स्वागत करेंगे.


मौके पर आरजेडी के पूर्व विधायक भोला राय के अलावा कांग्रेस के अन्य दो विधायक गोविंदपुर से पूर्णिमा यादव और बरबीघा से सुदर्शन भी जेडीयू में शामिल हुए. सभी ने एक स्वर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को विधानसभा चुनाव में जिताने का संकल्प लिया.


बता दें कि फिलहाल नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव राघोपुर से ही विधायक हैं. आरजेडी से जेडीयू में शामिल हुए भोला राय इसी विधानसभा सीट से 1980 से 1995 तक तीन बार विधायक रहे हैं. उनके इस सीट को छोड़ने के बाद लालू यादव भी राघोपुर से जीत चुके हैं.


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