Zakia Wardak: अफगानिस्तान की सबसे सीनियर राजनयिक जकिया वारदाक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उनके ऊपर दुबई से भारत में लगभग 18 करोड़ रुपये मूल्य के 25 किलोग्राम सोने की तस्करी करने का आरोप लगा है. उन्हें कथित तौर पर मुंबई एयरपोर्ट पर सोने की तस्करी करते हुए पकड़ा गया था. जकिया का कहना है कि वह व्यक्तिगत हमलों, मानहानि और दूतावास में एकमात्र महिला होने की वजह से टारगेट किए जाने से परेशान होकर पद छोड़ रही हैं. 


एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, जकिया वारदाक को अप्रैल के आखिरी हफ्ते में राजस्व खुफिया निदेशालय ने मुंबई एयरपोर्ट पर सोने के साथ पकड़ा था. रिपोर्ट्स में बताया गया कि उनके पास मिले सोने को जब्त कर लिया गया. इसके बाद उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया. हालांकि, राजनयिक छूट होने की वजह से उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया. वह पिछले साल ही नई दिल्ली में अफगानिस्तान की कार्यवाहक राजदूत बनाई गईं. 


अशरफ गनी के नियुक्त लोगों के साथ काम कर रहा भारत


जकिया वारदाक की नियुक्ति अफगानिस्तान में अशरफ गनी सरकार में हुई थी. मगर 2021 में तालिबान की सत्ता में वापसी हुई और सरकार को बेदखल कर दिया गया. हालांकि, भारत अभी भी गनी सरकार के जरिए नियुक्त किए गए लोगों के साथ काम कर रहा है. तत्कालीन राजदूत फरीद ममुमदजे ने पिछले साल नवंबर में नई दिल्ली में अफगान दूतावास बंद होने का ऐलान किया. इसके बाद वारदाक ने दूतावास का कार्यभार संभाला था. 


जकिया वारदाक ने पद छोड़ते हुए भारत को कहा शुक्रिया


सोशल मीडिया पर अपने पद छोड़ने का ऐलान करते हुए जकिया वारदाक ने कहा, "पिछले कुछ सालों में मुझे न सिर्फ मेरे प्रति, बल्कि मेरे परिवार और रिश्तेदारों के प्रति भी कई व्यक्तिगत हमलों और मानहानि का सामना करना पड़ा है. इसकी वजह से मेरे काम करने पर असर पड़ा है." उन्होने इस्तीफे के ऐलान के साथ-साथ भारत सरकार को शुक्रिया भी कहा. उन्होंने कहा कि मेरे कार्यकाल में भारत की गर्मजोशी के लिए मैं उसे शुक्रिया कहना चाहती हूं. 


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