यवतमाल: कोरोना महामारी की वजह से देश में लॉकडाउन ने न जाने कितने लोगों को बेघर कर दिया. प्रवासी मजदूर भूखे-प्यासे अपने गृह राज्यों की तरफ पैदल ही चल पड़े. ऐसे में सोशल मीडिया पर एक वीडियो में दावा किया जा रहा है कि 81 साल के बाबा लखन सिंह खैरा लॉकडाउन के दौरान लंगर चला रहे हैं. लॉकडाउन में अब तक वह करीब 15 लाख लोगों को खाना खिला चुके हैं. एबीपी न्यूज ने इस वीडियो के सच की पड़ताल की है.


क्या सच है वीडियो?
ये वीडियो महाराष्ट्र के यवतमाल जिले का है. यहां वाकई में 81 साल के बाबा लखनसिंह खैरा पिछले 32 साल से लंगर चला रहे हैं. लॉकडाउन के दौरान 12 लोग यहां खाना बनाने और खिलाने का काम कर रहे हैं. तहकीकात में एबीपी टीम को गुरुद्वारे के पास लंगर चलता हुआ मिला. यहां से निकलने वाले लोग खाना खाते भी दिखे.



लंगर चलाने वाले लखनसिंह खैरा ने कहा, 'जब से ये कोरोना महामारी फैली है, तब से ये लंगर चालू है. यहां पहले दिन से ही 40-50 किलोमीटर की लाइन में पैदल लोग आ रहे थे. खाना देने वाली कटोरी की गिनती के हिसाब से अब तक 15 लाख लोगों को खाना दे चुके हैं.


एबीपी न्यूज की पड़ताल में वायरल वीडियो सच साबित हुआ है.


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