नई दिल्ली: यूपी पुलिस के जवानों और अधिकारियों को मौत के घाट उतारने वाले अपराधी विकास दूबे का नाम तो याद होगा न ? वही विकास दूबे जिसने उज्जैन में पुलिस के सामने सरेंडर करने से पहले बोला था कि 'मैं कानपुर वाला विकास दूबे'...यूपी पुलिस ने उसकी पत्नी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है. इसमें पांच अन्य लोगों के नाम भी शामिल हैं.


इसमें टेलीकॉम कंपनियों के रिकार्ड पेश किए गए हैं. पुलिस ने जब विकास दूबे के करीबी रिश्तेदारों के मोबाईल फोन की जांच की तो पता चला कि उनके सारे सिमकार्ड फर्जी आईडी पर लिए गए हैं. यहां तक कि लखनऊ में रह रही दूबे की पत्नी रिचा दूबे के पास जो सिमकार्ड था वह भी दूसरे की आईडी पर लिया गया था. इसमें तीन अन्य लोगों के नाम भी शामिल हैं जिनके खिलाफ जांच चल रही है.


गौरतलब है कि कानपुर देहात के चौबेपुर में विकास दुबे को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस गई थी. पुलिस बल ने पूरी तैयारी की थी लेकिन इसकी सूचना पहेल ही अपराधी को लग चुकी थी. पुलिस की टीम के पहुंचने से पहले ही उसने अपनी किलेबंदी कर ली थी. इसके बाद वहां पहुंची पुलिस ने अभी रणनीति बनाने के लिए मीटिंग ही शुरू की थी कि शातिर ने गोलियों की बौछार कर दी.


इस घटना के में डीएसपी सहित कई पुलिसकर्मी मारे गए. इसके बाद विकास दूबे मौके से फरार हो गया था. कुछ दिनों बाद उसने उज्जैन महाकाल में जाकर खुद को पुलिस के हवाले कर दिया. यह पूरा घटनाक्रम ज्यादा नाटकीय रहा. इसके बाद उसे यूपी पुलिस के हवाले किया गया. उज्जैन से यूपी आते समय पुलिस की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई और भागने के क्रम में विकास दूबे के गोली लगी. अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया.


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