मशरूम का इस्तेमाल सेहत के लिए फायदेमंद जरूर है, लेकिन उसके पकाने के तरीके से मिलनेवाला फायदा प्रभावित हो जाता है. शोधकर्ताओं का कहना है कि मशरूम को उबालने या तलने से उसमें मौजूद विटामिन बर्बाद हो जाते हैं और इस तरह सेहत को फायदा नहीं मिल पाता.


मशरूम में शरीर के लिए जरूरी पौष्टिकता के सभी तत्व पाए जाते हैं. ये विटामिन डी का प्रमुख स्रोत है और कम कैलोरी वाली सब्जी भी है. इसके अलावा उसमें प्रोटीन के अलावा फाइबर, विटामिन बी, सी, डी और ई भी शामिल होता है. इसका इस्तेमाल वजन में कमी के लिए भी किया जा सकता है.


इसको सालन, सूप और सलाद के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. विशेषज्ञों ने मशरूम की चार किस्मों को अलग तरीके से पकाने के बाद जायजा लिया. उनका मकसद ये पता लगाना था कि किस तरीके से पकाना मशरूम फायदेमंद हो सकता है. उन्होंने बताया कि माइक्रोवेव में पकाने से मशरूम के विटामिन बर्बाद नहीं होते और अन्य तरीकों से पकाने के चलते विटामिन कम हो जाते हैं.  मशरूम को उबालने या तलने से उसमें पाया जानेवाला प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स, एंटी ऑक्सीडेंट्स और विटामिन खत्म हो जाते हैं या फिर उनकी मात्रा बहुत ज्यादा कम हो जाने से कुछ नहीं मिलता.


वजन में कमी
मशरूम में कैलोरी की मात्रा कम होती है. एक मशरूम से सिर्फ 20 कैलोरी मिलते हैं और उसके इस्तेमाल से आपका पेट ज्यादा देर तक भरा हुआ रह सकता है. इस तरह आपकी बढ़ती हुई भूख में कमी आती है जिससे आपका वजन कम होने की ज्यादा संभावना रहती है.


सेलेनियम
मशरूम सिलेनियम का बहुत बड़ा जरिया है. ये शरीर में एंटी ऑक्सीडेंट की तरह काम करता है और फ्री रेडिकल्स के चलते होनेवाले नुकसान से बचाता है. उसके इस्तेमाल से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोतरी होती है और कैंसर समेत अन्य बीमारियों से बचाव में भी मदद मिल सकती है.


सोडियम से सुरक्षित
मशरूम में सोडियम नहीं पाया जाता है. उसके अलावा दूसरे फलों और सब्जियों की तुलना में मशरूम में ज्यादा पोटैशियम मिलता है. मशरूम की एक किस्म ब्राउन मशरूम में केले से ज्यादा पोटैशियम हासिल होता है.


ब्रिटेन में कोरोना का नया स्ट्रेन: हर्षवर्धन बोले- सरकार सतर्क है, घबराने की आवश्यकता नहीं


IND vs AUS: पृथ्वी शॉ ने एडिलेड में अपने खराब प्रदर्शन पर तोड़ी चुप्पी, आलोचकों को दिया करारा जवाब