Sankashti Chaturthi 2021 Date October: संकष्टी चतुर्थी पर भगवान गणेश की विशेष पूजा की जाती है. हिंदू धर्म में ये तिथि गणेश जी को समर्पित है. इस दिन गणेश जी की विशेष पूजा की जाती है. गणेश जी को सभी देवताओं में प्रथम देवता माना गया है. यही कारण है कि शुभ कार्य करने से पहले गणेश जी की स्तुति और स्मरण किया जाता है.


करवा चौथ का व्रत (Sankashti Chaturthi 2021 )
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार हर माह में दो चतुर्थी पड़ती हैं. कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को विशेष माना गया है. इस तिथि को ही करवा चौथ का व्रत रखा जाता है. करवा चौथ के व्रत का सुहागिन स्त्रियां पूरे साल इंतजार करती हैं. करवा चौथ का व्रत कठिन व्रतों में से एक माना गया है. स्त्रियां इस व्रत को बिना जल और अन्न को ग्रहण किए हुए पूर्ण करती है. मान्यता है कि करवा चौथ का व्रत पति की लंबी और जीवन सफलता के लिए रखते हैं. इसलिए कार्तिक मास की चतुर्थी तिथि को महत्वपूर्ण माना जाता है.


संकष्टी चतुर्थी का महत्व (significance of sankashti chaturhti)
माना जाता है कि इस दिन जो भी विघ्नहर्ता गजानन की पूजा-अर्चना करता है, गजानन उसकी सभी कामना पूर्ण करते हैं. इस दिन पूजा करने से गणेश जी बहुत जल्द प्रसन्न होते हैं.


संकष्टी चतुर्थी का शुभ मुहूर्त (sankashti chaturthi 2021 shubh muhurat)
चतुर्थी तिथि प्रारम्भ - 24 अक्टूबर 2021, रविवार को प्रात: 03 बजकर 01 मिनट से.
चतुर्थी तिथि का समापन - 25 अक्टूबर 2021, सोमवार प्रात: 05 बजकर 43 मिनट तक.


चंद्रोदय का समय- इस दिन चंद्रोदय का समय शाम 8 बजकर 7 मिनट पर है.


संकष्टी चतुर्थी पूजा विधि
भगवान गणेश जी की इस दिन विधि पूर्वक पूजा करने से लाभ मिलता है. मान्यता है इस दिन भगवान गणेश को उनकी प्रिय चीजों को भोग लगाना चाहिए. इसके साथ ही दूर्वा घास अर्पित करनी चाहिए. इस दिन प्रात: जल्दी स्नान कर, साफ वस्त्र पहन कर व्रत का संकल्प लेना चाहिए. इसके बाद भगवान पर गंगाजल अर्पित कर उन्हें स्नान कराएं. पुष्प अर्पित करें. गणेश जी को सिंदूर चढ़ाएं और भोग लगाएं.


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