Shani Sade Sati Upay: हिंदी पंचांग के अनुसार कल 11 सितंबर को भाद्रपद मास की पंचमी तिथि और शनिवार दिन है. यह दिन शनिदेव की पूजा के लिए उत्तम होता है. शनि देव की पूजा से शनि की साढ़े साती और शनि की ढैय्या से मुक्ति मिलती है. वर्त्तमान समय में शनि देव मकर राशि में गोचर कर रहें हैं. इसके बाद 29 अप्रैल 2022 को कुंभ राशि में गोचर करेंगें. तब मीन राशि में शनि की साढ़े साती का उदय होगा. ज्योतिष शास्त्र में इसे शनि की साढ़े साती का उदया चरण कहते हैं. इस दौरान शनि चंद्र राशि से बारहवें स्थान पर होते हैं. शनि साढ़े साती का ये चरण अमूमन उतना कष्टदायी नहीं होता. फिर भी शनि की साढ़े साती का प्रभाव कम करने या मुक्ति पाने के लिए शनिवार के दिन ये उपाय जरूर करने चाहिए.
शनि के उपाय
- शनिवार के दिन शनि मंदिर में शनि देव को सरसों का तेल चढ़ाने से लाभ प्राप्त होता है. इससे शनि शांत होते हैं.
- शनिवार के दिन शनि देव के साथ हनुमान जी की पूजा भी करें. कहते हैं हनुमान चालीसा का पाठ करने से शनि दोष से छुटकारा मिल जाता है.
- शनिवार के दिन शनि देव की विधि पूर्वक पूजा करने के बाद दान आदि का कार्य करने से भी लाभ प्राप्त होता है.
- शनिवार के दिन शनि से संबंधित वस्तुओं का जरूरतमंदों को दान करें.
- शनिवार को शनि चालीसा का पाठ भी शनि की अशुभता को दूर करता है.
- घर परिवार के अलावा अन्य सभी जगहों पर भी बड़े, बुजुर्ग और महिलाओं का सम्मान करें.
- शनिवार के दिन हनुमान चालीसा और सुंदर काण्ड का पाठ करना उत्तम माना जाता है.
- शनि साढ़े साती के उदया चरण में भूलकर भी किसी को कष्ट न पहुंचाये
- शनिवार के दिन शिवलिंग का जलाभिषेक करें.