Garuda Purana Lord Vishnu Niti in Hindi: गरुड़ पुराण को हिन्दू धर्म का महत्वपूर्ण पुराण माना गया है. शास्त्रों में उल्लेख मिलता है कि, ब्रम्हांड में कई लोक हैं जिनमें पृथ्वी भी एक लोक है. पृथ्वी में जन्मे लोगों की मृत्यु तय है और मृत्यु के बाद आत्मा का गमन दूसरे लोक यानी स्वर्ग या नरक लोक में कर्मों के आधार पर होता है.


गरुड़ पुराण के अनुसार, जो व्यक्ति जीवन में अच्छे कर्म करता है, जैसे-धार्मिक प्रवृत्ति का होना, दान पुण्य करना, सत्कर्म करना, परोपकार करना आदि. ऐसे लोगों को मरणोपरांत स्वर्ग की प्राप्ति होती है. वहीं अधर्मी, पापी, दुष्ट प्रकृति के लोगों की आत्मा को मृत्यु के बाद यमराज नरक लोक भेजते हैं. इसलिए आपका जीवन और मरने के बाद आत्मा की स्थिति कैसी होगी, यह आपके कर्मों पर ही आधारित है. आइये जानते हैं ऐसे पांच कर्मों के बारे में, जिन्हें करने वाले नरक जाते हैं और इन्हें भयानक सजा दी जाती है.



  • तमिश्रम नरक: तमिश्रम नरक विभिन्न प्रकार के नरक में एक है. इस नरक में मरने के बाद ऐसी आत्माओं को भेजा जाता है, जिन्होंने अपने जीवन में छल या धोखे से किसी की संपत्ति हड़पी हो. ऐसे कर्म वाले लोगों की आत्मा को स्वयं यमराज बंदी बनाकर तमिश्रम नरक में ले जाते हैं और यहां जीवात्मा को मार-मार कर बेहोश कर दिया जाता है. इतना ही नहीं होश में आने के बाद उसे दोबारा पीटा जाता है. यह सिलसिला तब तक चलता है, जबतक सजा का समय पूरा न हो जाए.

  • अंधात्मत्स्रम नरक: इस नरक में ऐसी पापी आत्माएं जाती हैं, जो वैवाहिक रिश्ते की मर्यादा का उल्लंघन करते हैं और अपने जीवनसाथी को  धोखा देकर दूसरे से संबंध बनाते हैं. ऐसे लोगों की आत्मा को अंधात्मत्स्रम नरक में तरह-तरह की यातनाएं दी जाती है.

  • रौरवम नरक: जो लोग अपना जीवन दूसरों के संसाधनों पर ऐश करने में गुजार देते हैं, स्वार्थी और लालच होते हैं, जलन और ईर्ष्या भाव रखते हैं आदि. ऐसी आत्मा को रौरवम नरक में भेजकर सांपों से कटवाया जाता है.

  • कुंभीपाकम नरक: सभी नरक में कुंभीपाकम नरक को भयानक बताया गया है. जो लोग जीवनभर केवल अपने लाभ के लिए जानवरों की हत्या करते हैं, उन्हें इस नरक में भेजकर खौलते हुए तेल में डालकर उबाला जाता है.

  •  कलासूत्रम नरक: इस नरक में ऐसे लोगों की आत्मा को भेजा जाता है जो दूसरों का अपमान करते हैं, बड़े-बुजुर्गों का आदर-सम्मान नहीं करते. इस नरक में इतनी भीषण गर्मी होती है कि सहन करना मुश्किल हो जाता है.


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