Garuda Purana, Lord Vishnu Niti: हिंदू धर्म में ग्रंथ और वेद, पुराणों को बहुत वरीयता दी गई है. बात करें गरुड़ पुराण (Garuda Purana) की तो यह हिंदू धर्म का महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जोकि 18 महापुराणों में एक है. गरुड़ पुराण में भगवान विष्णु (Lord Vishnu) द्वारा प्राणियों की मृत्यु, यमलोक की यात्रा, स्वर्ग-नरक और आत्मा की सद्गति के लिए कई गूढ़ बातें बताई गई हैं. इसमें पक्षीराज गरुड़ द्वारा पूछ प्रश्नों के उत्तर की श्रृंखला है, जिसे गरुड़ पुराण कहा जाता है.


जन्म और मृत्यु के साथ ही गरुड़ पुराण में ज्ञान, धर्म और नीति-नियम से जुड़ी कई गूढ़ बातें और रहस्यों के बारे में बताया गया है, जिसका अनुसरण करने पर जीवन में परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता है. इन्हीं नियमों में एक है आर्थिक जीवन से जुड़े नियम. कोई भी व्यक्ति नहीं चाहता कि उसे जीवन में धन-संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़े. अगर आप भी ऐसा चाहते हैं तो गरुड़ पुराण में भगवान विष्णु द्वारा बताई इन बातों को ध्यान में रखें. इससे कभी भी रुपये-पैसों से जुड़ी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा.



गरुड़ पुराण से जानिए धन से जुड़े तथ्य



  • ऐसे लोगों का धन हो जाता है नष्ट: गरुड़ पुराण में बताया गया है कि, ऐसा धन जिससे कभी किसी गरीब की सहायता न की गई हो, जिस धन का कभी दान न किया गया हो. ऐसा धन शीघ्र ही नष्ट हो जाता है. क्योंकि ऐसे लोगों से मां लक्ष्मी भी नाराज रहती हैं और उन्हें आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

  • व्यर्थ के समान है ऐसा धन: जब आप रुपये-पैसों का खर्च सही समय या सही जगह पर नहीं करते या फिर आपके धन से पारिवारिक जीवन में लाभ या सुख-सुविधा न मिले तो ऐसा धन व्यर्थ के समान होता है.  

  • ऐसे लोगों से मां लक्ष्मी होती है नाराज: जिन घरों में धन को महिलाओं से अधिक महत्व दिया जाता है और उनका अपमान किया जाता है. ऐसे लोगों से मां लक्ष्मी रुष्ट हो जाती हैं. गरुड़ पुराण के अनुसार, ऐसा धन किसी काम का नहीं होता है, जिससे किसी महिला के आत्म सम्मान की रक्षा न की जा सके.


ये भी पढ़ें: Garuda Purana: हाथ में नहीं टिकता धन और जेब भी रहती है खाली, तो गरुड़ पुराण से जानें इसका कारण और समाधान



















Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.