Chhath Puja 2022 Bhajan: आस्था का महापर्व छठ पूजा कल से शुरू हो रहा है. 28 अक्टूबर 2022 को पहले दिन नहाय खाय, 29 अक्टूबर 2022 को दूसरे दिन खरना, 30 अक्टूबर 2022 तीसरे दिन सूर्यास्त को अर्घ्य और 31 अक्टूबर 2022 को चौथे दिन सूर्योदय को जल चढ़ाकर पूजा की जाएगी. यह पर्व छठी मईंया और सूर्य देव को समर्पित है. चार दिन तक चलने वाले इस त्योहार में वर्ती 36 घंटे का निर्जला व्रत रखती हैं. इसमें हर दिन का अपना खास महत्व है. पूजा-पाठ, खान-पान के साथ महिलाएं छठी मईया को प्रसन्न करने के लिए छठ के गीत और भजन गाती है. आइए जानते हैं छठ पूजा का भजन.


1- छठ पूजा भजन (सोना सट कुनिया)


सोना सट कुनिया, हो दीनानाथ


हे घूमइछा संसार, हे घूमइछा संसार


आन दिन उगइ छा हो दीनानाथ


आहे भोर भिनसार, आहे भोर भिनसार


आजू के दिनवा हो दीनानाथ


हे लागल एती बेर, हे लागल एती बेर


बाट में भेटिए गेल गे अबला


एकटा अन्हरा पुरुष, एकटा अन्हरा पुरुष


अंखिया दियेते गे अबला


हे लागल एती बेर, हे लागल एती बेर


बाट में भेटिए गेल गे अबला


एकटा बाझिनिया, एकटा बाझिनिया


बालक दियेते गे अबला


हे लागल एती बेर, हे लागल एती बेर


2 - छठ पूजा गीत (कांच ही बांस के बहंगिया)


कांच ही बांस के बहंगिया,


कांच ही बांस के बहंगिया,


बहंगी लचकत जाए,


बहंगी लचकत जाए


होए ना बलम जी कहरिया ,


बहंगी घाटे पहुंचाए,


बहंगी घाटे पहुंचाए


कांच ही बांस के बहंगिया ,


बहंगी लचकत जाए,


बहंगी लचकत जाए


बाट जे पूछे ना बटोहिया ,


बहंगी केकरा के जाय,


बहंगी केकरा के जाय,


तू तो आंध्र होवे रे बटोहिया ,


बहंगी छठ मैया के जाए,


बहंगी छठ मैया के जाए,


वह रे जे बाड़ी छठी मैया ,


बहंगी उनका के जाए,


बहंगी उनका के जाए,


कांच ही बांस के बहंगिया


बहंगी लचकत जाए,


बहंगी लचकत जाए


होए ना देवर जी कहरिया ,


बहंगी घाटे पहुंचाई,


बहंगी घाटे पहुंचाई


वह रे जो बाड़ी छठी मैया


बहंगी उनका के जाए,


बहंगी उनका के जाए


बाटे जे पूछे ना बटोहिया


बहंगी केकरा के जाय,


बहंगी केकरा के जाय


तू तो आन्हर होय रे बटोहिया


बहंगी छठ मैया के जाए,


बहंगी छठ मैया के जाए


वह रे जय भइली छठी मैया ,


बहंगी उनका के जाए,


बहंगी उनका के जाए


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