Basant Panchami 2024: ज्ञान, बुद्धि, प्रतिभा, स्मरण शक्ति, वाक् शक्ति, विचार शक्ति और निर्णय शक्ति प्राप्त करने का एकमात्र सरल उपाय देवी सरस्वती की पूजा करना है. यह अलग बात है कि कोई व्यक्ति ज्ञान प्राप्त करके कवि बनना चाहता है, कोई गायक बनना चाहता है, कोई लेखक बनना चाहता है या सिविल सर्विसेज में जाना चाहता है. परंतु ये सभी क्षेत्र सरस्वती द्वारा ही शासित हैं. इसलिए हर क्षेत्र में उनका आशीर्वाद जरूरी है. सरस्वती के जन्म के साथ ही पृथ्वी पर ज्ञान का प्रारम्भ हुआ. जिस दिन सरस्वती प्रकट हुई वह बसंत पंचमी थी. इस साल यह त्योहार 14 फरवरी, बुधवार को है.

 

बसंत पंचमी के दिन कोई भी पढ़ाई संबंधी या नया कोर्स शुरू करना चाहिए. इस दिन अज्ञात शुभ मुहुर्त होने के कारण विवाह और कोई भी नया कार्य शुरू किया जा सकता है. यह ज्ञान का उत्सव है. आइए हम जितना संभव हो उतना ज्ञान अर्जित करें. हमारे पास जितना अधिक ज्ञान होगा, जीवन का संघर्ष उतना ही आसान हो जायेगा.

 

सरस्वती पूजा का शुभ मुहूर्त-

• पंचमी तिथि 13 फरवरी को दोपहर 2:43 बजे शुरू होगी और 14 फरवरी 2024 को दोपहर 12:10 बजे समाप्त होगी. ऐसे में बसंती का त्योहार उदयातिथि के अनुसार 14 फरवरी को ही मनाया जाएगा. इस दिन...
• लाभ और अमृत मुहूर्त: सुबह 7 से 9 बजे तक
• शुभ योग मुहूर्त: शाम 5 बजकर 15 मिनट से 6 बजकर 15 मिनट तक
• ऐसे करें पूजा- बसंत पंचमी के दिन सुबह उठकर सबसे पहले धरती माता को छूकर प्रणाम करें. फिर स्नान करने के बाद पीले रंग के कपड़े पहनें, पीला रंग समृद्धि और ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है. इसके बाद मां सरस्वती की मूर्ति को गंगा जल से साफ करें और उन्हें पीले या सफेद रंग के वस्त्र पहनाएं. फिर मूर्ति पर चंदन का तिलक, हल्दी, फल, फूल, रोली, केसर और चावल चढ़ाएं. मां को बूंदी के लड्डू के साथ दही और हलवे का भोग लगाएं. साथ ही मेरे प्रिय विद्यार्थियों कॉपी, पेन और किताब मां शारदे के चरणों में रखकर 108 ऊं ऐं ऐं ऐं महासरस्वत्यै नमः का जाप करें. इससे बुद्धि का विकास होता है.
• इस दिन देवी सरस्वती की पूजा का संकल्प लेने और नियमित रूप से सरस्वती पूजा करने से विद्यार्थियों की बुद्धि तेजी से बढ़ती है और उन्हें मां सरस्वती का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
• सर्वोत्तम शिक्षा के लिए - शिक्षा तो हर कोई लेता है, लेकिन सर्वोत्तम और उच्च स्तरीय शिक्षा प्राप्त करना कुछ ही लोगों के लिए संभव होता है, अगर आपको उच्च शिक्षा के लिए किसी प्रतिष्ठित कॉलेज में प्रवेश नहीं मिल रहा है, तो आप सरस्वती का रुख कर सकते हैं. यंत्र पर 35 लौंग चढ़ाएं और "ओम ट्रां ओम" मंत्र का 35 बार जाप करें. मंत्र समाप्त होने के बाद यंत्र और लौंग को दक्षिण दिशा की ओर जमीन में गाड़ दें. आपके काम पूरे होने के योग बनेंगे.
• अगर आपका बच्चा पढ़ाई में पिछड़ जाता है या उसका पढ़ाई में मन नहीं लगता है. इसलिए बसंत पंचमी की सुबह घर के पूजा स्थल में प्रतिष्ठित सरस्वती यंत्र रखें, उस पर सफेद चंदन, पीले और सफेद फूल चढ़ाएं, अगरबत्ती जलाएं और ऊं ह्रुं ह्रुं ह्रौं सरस्वत्यै नम: इस मंत्र की 11 माला जाप करें. यह प्रयोग आप खुद भी करें और हो सके तो अपने बच्चे से भी करवाएं.
• यदि आप एक अच्छे संगीतकार, कोरियोग्राफर या कलाकार हैं और आपको कोई सराहना नहीं मिल रही है तो आप विधि के अनुसार देवी सरस्वती की पूजा कर सकते हैं और कह सकते हैं कि सरस्वती महाभागे विद्या कमललोचने. विद्यारूपे विशालाक्षी विद्याम् देहि नमोस्तुते. आज से प्रारंभ करके प्रतिदिन 108 बार इसका जाप करें. इस तरह आपको अपने क्षेत्र में सफलता अवश्य मिलेगी.

 

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