कपल्स को कई तरह के प्रश्नों का सामना करना पड़ सकता है, जैसे कि 'क्या होगा अगर यह रिश्ता नहीं चल पाया?', 'व्यक्तिगत बचत कैसे करें?' यह कुछ ऐसे सवाल हैं, जिनके बारे में सोचते हुए इस बात पर विचार करना लाज़मी है कि बैंक खातों को अलग रखा जाए या नहीं. यह बात पुरुषों और महिलाओं दोनों पर लागू होती है. पर्सनल इस्तेमाल के लिए बचत करने से लेकर सबसे खराब स्थिति के लिए तैयार रहने तक, यहां कई कारण बताए गए हैं कि क्यों कपल्स को बैंक खाते अलग रखने चाहिए.


कपल्स को क्यों रखना चाहिए अलग बैंक अकाउंट?


पर्सनल गोल्स में इंवेस्ट करने के लिए
अगर आपके पास अलग-अलग बैंक खाते हैं, तो उन चीजों को खर्च करना अधिक आसान और परेशानी मुक्त हो जाता है जो आपके पर्सनल ग्रोथ का हिस्सा हैं. चाहे वह किसी नए शौक के लिए पेमेंट करना हो या सोलो ट्रिप पर जाना हो, निर्णय लेने की प्रक्रिया तब आसान हो जाती है जब पार्टनर अपने फाइनेंसेज को अलग रखने का निर्णय लेते हैं. इससे उन्हें अपनी आजादी बनाए रखने और पैसे की चिंता किए बिना निर्णय लेने में मदद मिलती है.
 
अपनी पसंद की चीज़ों पर ख़र्च करें
यह संभव है कि रिश्ते में दो लोगों की खर्च करने की आदतें अलग-अलग हों. किसी को फिजूलखर्ची पसंद हो सकती है. इसलिए यह सुनिश्चित करने के लिए कि हितों का कोई टकराव न हो, अलग-अलग बैंक खाते रखना एक अच्छा विचार है. इससे आप अपने पार्टनर को अपने खर्चों के बारे में सफाई देने से बच जाएंगे.


बुरे वक्त के लिए तैयारी
जीवन अप्रत्याशित है और ऐसा हो सकता है कि आप अपने साथी से अलग होने का फैसला कर लें. ऐसी स्थितियों में, आपकी ज़रूरतों का ख्याल रखने के लिए आपके पास अपना पैसा होना चाहिए. इसे देखते हुए, अलग बैंक खाते रखना सही है. इस तरह आप कभी भी अपने साथी के साथ पैसे से संबंधित परेशानी का सामना नहीं करेंगे. 
 
पैसों को संभालना सीख जाएंगे
जब कपल्स एक जॉइंट बैंक अकाउंट रखने का निर्णय लेते हैं, तो अक्सर ऐसा होता है कि एक पार्टनर ही सभी फाइनेंशियल मैटर देखना शुरू कर देता है. जैसे कि बिल्स पे करना, ईएमआई, जैसी अन्य चीजों की देखभाल करने लगता है, तो रिश्ते में दूसरा व्यक्ति कभी भी उन्हें संभालना नहीं सीख पाएगा. दूसरे व्यक्ति पर बहुत अधिक निर्भर होना कभी भी अच्छा विचार नहीं है.