कितनी भी अच्छी रिलेशनशिप हो कभी ना कभी संकट के दौर से गुजरती ही है. इसके कई कारण हो सकते हैं. हो सकता है कि आपका पार्टनर कुछ ऐसा कर रहा हो जो सच में गलत है. लेकिन कई बार मौजूदा लाइफ स्टाइल, वर्क प्रेशर, घटती फिजिकल-मेंटल स्टेमिना भी ऐसे कई कारण हैं, जिनकी वजह से पार्टनर्स के बीच अनचाहे ही नोक-झोंक हो जाती है. कई बार ये नोंक-झोंक मामूली सी कहा-सुनी साथ खत्म हो जाती है और फिर से सब कुछ नॉर्मल हो जाता है. लेकिन कई बार ये इतनी ज्यादा बढ़ जाती है कि गंभीर मोड़ ले लेती है.


ऐसा ना भी हो तब भी रोज-रोज के झगड़े किसी भी अच्छी-खासी रिलेशनशिप को स्पॉइल करने के लिए काफी हैं. ऐसे में ये झगड़े कोई बड़ी शक्ल इख्तियार करें, उससे पहले जरूरी है कि समय पर ये समझ लिया जाए कि आपकी रिलेशनशिप कोई बदलाव या एक फ्रेश टर्न चाहती है, जहां से सब कुछ फिर से नॉर्मल और खुशनुमा हो सके.


इस रिपोर्ट में हम आप को बता रहे हैं ऐसे ही तथ्यों के बारे में जिन्हें समय पर पहचान कर आप अपनी रिलेशनशिप को स्पॉइल होने से बचा सकते हैं.



  • सबसे पहले तो अपने पार्टनर के साथ हुई किसी भी तरह की असहमति को लड़ाई के तौर पर ना देखें. असल में ये झगड़े ऐसे अवसर होते हैं, जब आप और आपका पार्टनर एक दूसरे की जरूरतों को समझ सकते हैं. उनके दुख को महसूस कर सकते हैं. उनके हिसाब से खुद में बदलाव कर सकते हैं. 

  • कई बार ऐसा होता है कि हमारा झगड़ा किसी निष्कर्ष तक पहुंच ही नहीं पाता. हर बार पुराने घिसे-पिटे वाकियों को याद करते हैं. वहीं तर्क-वितर्क देते हैं. अंतर होता है तो रूडनेस का. हम हर बार पहले से ज्यादा रूड होते जाते हैं. ऐसा कर के जाने-अनजाने हम अपने पार्टनर को इतना हर्ट कर देते हैं, उसके ज़ेहन में ये बातें घर कर जाती हैं. असहमति बुरी नहीं है. बशर्ते इससे कोई पॉजिटिव निष्कर्ष निकले. अन्यथा घिसे-पिटे कुतर्कों से रिश्ता भी घिसता जाता है. 

  • कई बार झगड़ों के दौरान हमें लगने लगता है कि हम एक-दूसरे को समझ ही नहीं पा रहे हैं. अक्सर पार्टनर को पराया महसूस होने लगता है. यहां संभल जाएं. अपने पार्टनर की अच्छाइयां याद करें. वे सभी बातें अच्छाइयां याद करें जिन्होंने आपको उसके प्रति आकर्षित किया था. लेकिन फिर भी ऐसा नहीं हो पा रहा है तो समझ जाएं कि आपकी रिलेशनशिप में बदलाव की जरूरत है. 

  • कई बार ऐसा भी होता है जब आप अंदर ही अंदर, महसूस करने लगते हैं कि रिश्ते में अधिक सुरक्षित रूप से जुड़े रहने के लिए बहुत प्रयास करने की ज़रूरत है. हम रिश्ते में थके होने और अलग होने के कारण निराश महसूस करते हैं. यह भी ऐसा ही एक लक्षण है, जो बताता है कि इस आपको थोड़ा पॉज लेने की जरूरत है. ऐसा करने से आप नोटिस कर पाएंगे कि किन आदतों या बातों को बदलकर आप अपनी रिलेशनशिप को सहेज  सकते हैं.