Worst Workout For Knees: आपने हमेशा  यही सुना होगा कि वर्कआउट करने से हड्डियां मजबूत होती हैं. साथ ही मसल्स की स्ट्रेंथ भी बढ़ती है. इन बातों में कोई दो राय नहीं. न ही वर्कआउट के ऐसे कोई नुकसान होते हैं जिनकी वजह से एक्सरसाइज न करने की सलाह दी जाए. लेकिन ये ध्यान रखना भी जरूरी है कि अलग अलग लोग, एजग्रुप और बॉडी टाइप पर वर्कआउट का असर अलग अलग होता है. खासतौर से 35 से 40 की उम्र के बाद अगर आप एक्सरसाइज करते हैं तो हड्डियां और शरीर के जोड़ों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है. इस उम्र में हैवीवर्कआउट की वजह से बोन्स को फायदे की नजह नुकसान हो सकता है. खासतौर से घुटने के जोड़ को. जो वर्कआउट के दौरान सबसे ज्यादा स्ट्रेस से गुजरते हैं. अगर आपके घुटनों में हल्का सा भी दर्द आ रहा है तो ये समझ लें कि वर्कआउट उन्हें डैमेज कर रहा है.

 

ये एक्सरसाइज कर सकती हैं नुकसान

घुटने में तकलीफ है तो कुछ खास किस्म के वर्कआउट से बचना ही मुनासिब होगा. फुल आर्क नी एक्सटेंशन, फुल डीपप लंग्स, डीप स्क्वेट्स, हर्डल स्ट्रेचेस- ये ऐसी एक्सरसाइज हैं जिनका पूरा प्रेशर घुटनों पर आता है. अगर घुटने कमजोर है तो इन एक्सरसाइजेज से दूर रहना ही सबसे अच्छा तरीका है. और, अगर आप इन एक्सरसाइज में नौसीखिए हैं तो किसी एक्सपर्ट के सामने ही इन्हें परफोर्म करें. गलत तरह से किए गए ये वर्कआउट भी घुटनों को नुकसान पहुंचा सकते हैं.

 

घुटनों को कैसे बचाएं?

घुटनों को बचाए रखने के लिए किसी भी वर्कआउट से पहले वॉर्मअप जरूर करें. स्लो जॉग करें या स्ट्रेचिंग करें ताकि घुटने वॉर्मअप हो जाएं. वॉर्मअप से बल्ड सर्कुलेशन बढ़ता है और मसल स्ट्रेन का खतरा कम होता है. 

अगर बिगनर हैं तो लो इम्पेक्ट वर्कआउट से ही शुरूआत करें. जब शरीर को वर्कआउट की आदत पड़ जाए, तब ही हैवी वर्कआउट करना शुरू करें.
  

डाइट में ऐसी चीजें शामिल करें जो मसल्स और बोन्स दोनों को स्ट्रॉन्ग करने में मददगार हो. 

घुटनों में तकलीफ होने पर डॉक्टर की सलाह जरूर लें और दर्द रहने तक वर्कआउट बिलकुल न करें.

 

ये भी पढ़ें